कानपुरः शहर में पकड़े गए बांग्लादेशी नागरिक रिजवान (Bangladeshi caught in Kanpur) को पुलिस ने तीन दिन की रिमांड पर लेकर पूछताछ शुरू कर दी है. बताते चलें कि बांग्लादेशी नागरिक डॉ. रिजवान परिवार के साथ छिपकर शहर में रह रहा था. पुलिस ने रिजवान समेत उसके परिवार के 6 सदस्यों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था. बांग्लादेशी नागरिक से आईबी, एटीएस, पुलिस समेत कई जांच एजेंसियां पूछताछ करेंगी. रिजवान शुक्रवार सुबह आठ बजे से रविवार शाम पांच तक पुलिस रिमांड (remand) पर रहेगा. जांच एजेंसियां उसके पाकिस्तान कनेक्शन, हवाला कारोबार, बैंक खातों में रुपयों की बारिश और बांग्लदेशी नशीली दवाओं और विधायक इरफान सोलंकी से संबंधों के बारे में पूछताछ करेगी.
बांग्लादेश का नागरिक रिजवान कई साल पहले कानपुर आया था. उसने कानपुर में हिना नाम की युवती से शादी की थी. हिना से उसके एक बेटा, दो बेटियां हैं. रिजवान बंग्लादेश, पाकिस्तान, मलेशिया, नेपाल समेत कई देशों की यात्रा कर चुका है. पुलिस ने बीते रविवार 11 दिसंबर को परिवार समेत पुलिस ने अरेस्ट किया था. पुलिस जांच कर रही है कि उसका विदेशी यात्रा करने का क्या उद्देश्य था. पुलिस इस मामले में 6 लोगों को जेल भेज चुकी है. पुलिस ने गिरफ्तारी के दौरान रिजवान के घर से 14 लाख कैश बरामद किया था. इसके साथ ही बड़ी मात्रा में विदेशी करेंसी भी मिली थी.
कानपुर कमिश्नरेट पुलिस ने इससे पहले डॉ. रिजवान को नौ घंटे की रिमांड पर लिया था. जांच एजेंसियों से पूछताछ में रिजवान ने बताया था कि उसके पाकिस्तान में भी मिलने वाले लोग हैं. पाकिस्तान से भी वह हवाला का कारोबार करता है लेकिन उसने यह नहीं बताया था कि पाकिस्तान से उसे रुपए कौन भेजता है. रिजवान कोई काम नहीं करता है, लेकिन उसके परिवार का दो लाख रुपए महीने का खर्चा था. उसके फ्लैट पर बेशकीमती सामन मिले थे. पुलिस ने जूते की अलमारी से डेढ़ लाख रुपए बरामद किए थे.
रिजवान के फ्लैट से बड़ी मात्रा में बांग्लादेशी नशीली दवाएं मिली थीं. रिजवान नशीली दवाओं का इस्तेमाल कहां करता है, यह दवाएं उसे इतनी बड़ी मात्रा में कैसे मिल जाती हैं, कहीं नशे का भी कारोबार तो नहीं करता है, ऐसे कई सवालों के जवाब पुलिस तलाश रही है. ज्वाइंट सीपी आनंद प्रकाश ने बताया था कि किसी दूसरे देश की प्रतिबंधित दवा रखना अपराध की श्रेणी में आता है. इस मामले में पुलिस ने उसपर एनडीपीएस की धाराओं में एफआईआर दर्ज की थी.
जांच एजेंसियों ने डॉ. रिजवान को देश की सुरक्षा के लिए खतरा बताया था. पुलिस को इस बात का भी शक है कि बांग्लादेशी नागरिक किसी देश एजेंट है. पुलिस उसे रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी कि कहीं देश विरोधी गतिविधियों में तो वह शामिल नहीं है. इसके साथ ही सपा विधायक इरफान सोलंकी ने बांग्लादेशी नागरिक डॉ रिजवान को प्रमाणपत्र दिया था. इसके बाद उसके परिवार के आधार कार्ड और पासपोर्ट बने थे. रिजवान के पास भारतीय और बांग्लादेशी दो पासपोर्ट मिले थे. पुलिस ने इस मामले में सपा विधायक इरफान सोलंकी को भी आरोपी बनाया है. विधायक के लेटरपैड पर किए गए हस्ताक्षर को फोरेंसिक लैब जांच के लिए भेजा गया है. पुलिस इस बात की भी जानकारी जुटाएगी कि बांग्लादेशी नागरिक रिजवान की विधायक ने क्यों मदद की. कहीं वह विधायक की आर्थिक मदद तो नहीं करता था.
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