कानपुर : नवाबगंज थाना क्षेत्र स्थित गंगा बैराज पर सोमवार को भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर के काफिले को जिला प्रशासन ने रोक लिया. इससे नाराज भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की. चंद्रशेखर उन्नाव कांड पीड़िता से मिलने के लिए कानपुर आ रहे थे. यहां उनके काफिले को पुलिस बल ने रोक लिया.
जानिए पूरा मामला
बीते दिनों उन्नाव के असोहा गांव में हुए कांड की पीड़ित नाबालिग आज भी कानपुर के रिजेंसी हॉस्पिटल में भर्ती है. वहां लड़की की हालत में सुधार भी हो रहा है. सोमवार को भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर उन्नाव पीड़िता से मिलने के लिए गंगाबैराज के रास्ते से होते हुए कानपुर आ रहे थे. इसकी जानकारी कानपुर प्रशासन को मिल गई. जिला प्रशासन ने मौके पर पुलिस बल तैनात करते हुए भीम आर्मी के काफिले को रास्ते में ही रोक लिया.
कार्यकर्ताओ ने धरना देते हुए की नारेबाजी
पुलिस प्रशासन के भीम आर्मी के काफिले को रोके जाने पर आक्रोशित सैकड़ों कार्यकर्ता धरने पर बैठ गए. वे हंगामा करने के साथ सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे. धरने पर बैठने के दौरान भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर ने सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि एक भाई का अपनी बहन से मिलना क्या अपराध है? ये कानपुर की पुलिस ने हमको रोककर बताया है. उन्होंने कहा कि पुलिस क्राइम तो रोक नहीं पा रही है. हम कानपुर उन्नाव पीड़िता से मिलने जा रहे हैं तो हमें रोक लिया गया है.
योगी सरकार के बजट को बताया खोखला
यूपी सरकार के बजट को लेकर भीम आर्मी के चीफ ने सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने हाथरस में हुई घटना को लेकर कहा कि जिस प्रकार से सरकार ने हाथरस मामले में परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की बात कही थी. बावजूद इसके आज तक उनमें से किसी एक को भी सरकारी नौकरी नहीं मिली है. सरकार द्वारा पेश किया बजट भी खोखला है.