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कानपुर किडनी कांड: पुलिस ने कब्र से शव निकलावाकर पोस्टमार्टम को भेजा

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Published : Oct 23, 2019, 8:58 PM IST

उत्तर प्रदेश के कानपुर में किडनी कांड का खुलासा करने वाली संगीता का शव पुलिस ने उनकी कब्र से निकलवाया. साथ ही पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.

संगीता का शव पुलिस ने निकलवाया कब्र से.

कानपुरः जिले की किडनी कांड में अहम भूमिका निभाने वाली संगीता के शव को पुलिस ने कब्र से निकलवाया है. बीते 6 अक्टूबर को संगीता की मौत हुई थी. वहीं संगीता के पति ने मौत की सूचना पुलिस को न देते हुए शव को दफना दिया था. जब संगीता की मौत पर सवाल उठने शुरू हुए तो पुलिस ने शव को बाहर निकलवाकर पोस्टमार्मटम के लिए भेज दिया.

संगीता के शव को पुलिस ने कब्र से निकलवाया.

किडनी कांड की थीं प्रमुख गवाह
डब्लू वन ब्लॉक साकेत नगर में रहने वाली संगीता को दिल्ली के एक अस्पताल में नौकरी दिलाने का झांसा देकर ले जाया गया. वहां नौकरी देने से पहले खून की जांच को जरूरी बताकर कई प्रकार की जांचे हुई. इस पर संगीता को शक हो गया. बस यहीं से संगीता और उसके पति राजेश कश्यप बहाना बनाकर दिल्ली से वापस कानपुर आ गए थे. कानपुर में उन्हें धमिकयाॅ मिलने लगी तो उन्होंने पहली फरवरी को थाना बर्रा में रिपोर्ट दर्ज करा दी. इसके बाद पुलिस सक्रिय हुई और कुछ दिन की छानबीन में मानव अंग तस्करी के बड़े रैकेट का खुलासा हुआ. साथ ही संगीता की निशानदेही पर 17 फरवरी 2019 को पुलिस ने किडनी कांड से जुड़े 6 आरोपियों को पकड़कर जेल भेज दिया था.

पढे़ं- कानपुर देहात: 25 सालों से छत के लिए भटक रहा परिवार, नहीं मिला आवास योजना का लाभ

मेरी पत्नी की मौत 6 अक्टूबर को स्वभाभिक हुई थी, जिसके बाद उसके शव को कब्रिस्तान में दफन कर दिया था, लेकिन पुलिस को कुछ शक था. इसलिए शव को कब्रिस्तान से निकालकर पोस्टमार्टम कराया जा रहा है.
-राजेश कश्यप, मृतिका के पति

संगीता के पति राजेश कश्यप ने उसकी मौत होने की जानकारी पुलिस को नहीं दी, जिससे कई तरह के सवाल खड़े होने लगे. मामला मानव अंग की तस्करी से जुड़ा था और संगीता मुख्य गवाह थीं. इसलिए उसके शव को कब्रिस्तान से निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है.
-अनंत देव तिवारी, एसएसपी

कानपुरः जिले की किडनी कांड में अहम भूमिका निभाने वाली संगीता के शव को पुलिस ने कब्र से निकलवाया है. बीते 6 अक्टूबर को संगीता की मौत हुई थी. वहीं संगीता के पति ने मौत की सूचना पुलिस को न देते हुए शव को दफना दिया था. जब संगीता की मौत पर सवाल उठने शुरू हुए तो पुलिस ने शव को बाहर निकलवाकर पोस्टमार्मटम के लिए भेज दिया.

संगीता के शव को पुलिस ने कब्र से निकलवाया.

किडनी कांड की थीं प्रमुख गवाह
डब्लू वन ब्लॉक साकेत नगर में रहने वाली संगीता को दिल्ली के एक अस्पताल में नौकरी दिलाने का झांसा देकर ले जाया गया. वहां नौकरी देने से पहले खून की जांच को जरूरी बताकर कई प्रकार की जांचे हुई. इस पर संगीता को शक हो गया. बस यहीं से संगीता और उसके पति राजेश कश्यप बहाना बनाकर दिल्ली से वापस कानपुर आ गए थे. कानपुर में उन्हें धमिकयाॅ मिलने लगी तो उन्होंने पहली फरवरी को थाना बर्रा में रिपोर्ट दर्ज करा दी. इसके बाद पुलिस सक्रिय हुई और कुछ दिन की छानबीन में मानव अंग तस्करी के बड़े रैकेट का खुलासा हुआ. साथ ही संगीता की निशानदेही पर 17 फरवरी 2019 को पुलिस ने किडनी कांड से जुड़े 6 आरोपियों को पकड़कर जेल भेज दिया था.

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मेरी पत्नी की मौत 6 अक्टूबर को स्वभाभिक हुई थी, जिसके बाद उसके शव को कब्रिस्तान में दफन कर दिया था, लेकिन पुलिस को कुछ शक था. इसलिए शव को कब्रिस्तान से निकालकर पोस्टमार्टम कराया जा रहा है.
-राजेश कश्यप, मृतिका के पति

संगीता के पति राजेश कश्यप ने उसकी मौत होने की जानकारी पुलिस को नहीं दी, जिससे कई तरह के सवाल खड़े होने लगे. मामला मानव अंग की तस्करी से जुड़ा था और संगीता मुख्य गवाह थीं. इसलिए उसके शव को कब्रिस्तान से निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है.
-अनंत देव तिवारी, एसएसपी

Intro:कानपुर :- बहुचर्चित किडनी काण्ड रैकेट का खुलासा करने में अहम भूमिका निर्वाह करने वाली संगीता की मौत के बाद कब्रिस्तान से शव निकलवा कर पुलिस ने करवाया पोस्टमार्टम ।

कानपुर का बहुचर्चित किडनी काण्ड रैकेट का खुलासा करने में अहम भूमिका निर्वाह करने वाली संगीता की 6 अक्टूबर को मौत हो गयी थी | संगीता के पति राजेश कश्यप ने पुलिस को सूचना दिए बगैर उसके शव को कब्रिस्तान में दफना दिया | चूँकि मामला किडनी काण्ड की मुख्य गवाह की मौत का था इसलिए संगीता की मौत पर सवाल खड़े होने शुरू हो गए | पुलिस को जब इसकी भनक लगी तो संगीता के शव को कब्रिस्तान से निकलवाकर पोस्टमार्टम करवाया | 





Body:कानपुर के डब्लू वन ब्लाक साकेत नगर में रहने वाली संगीता को दिल्ली के अस्पताल में मेड की नौकरी दिलाने का झाॅसा देकर दिल्ली ले जाया गया । वहाॅ नौकरी देने से पहले खून की जाॅच को जरूरी बताया गया । जब कई प्रकार की जाॅचे हुई तो संगीता को कुछ शक हो गया,बस यही से संगीता और उसके पति राजेश कश्यप बहना बनाकर दिल्ली से वापस कानपुर आ गये थे । कानपुर में उन्हें धमिकयाॅ मिलने लगी तो उन्होने पहली फरवरी को थाना बर्रा में रिपोर्ट दर्ज करा दी । इसके बाद पुलिस सक्रिय हुई और कुछ दिन की छानबीन में मानव अंग तस्करी के बड़े रैकेट का खुलासा हो गया । संगीता की निशानदेही पर 17 फरवरी 2019 को पुलिस ने किडनी काण्ड से जुड़े 6 आरोपियों को पकड़कर जेल भेज दिया था | 

संगीता के पति राजेश कश्यप का कहना है कि उसकी मौत 6 अक्टूबर को स्वभाभिक हुयी थी जिसके बाद उसके शव को कब्रिस्तान में दफ़न कर दिया था,लेकिन पुलिस को कुछ शक था इसलिए शव को कब्रिस्तान से निकालकर पोस्टमार्टम कराया जा रहा है | 





Conclusion:संगीता के पति राजेश कश्यप ने उसकी मौत होने के जानकारी पुलिस को नहीं दी जिससे कई तरह के सवाल खड़े होने लगे | चूँकि मामला मानव अंगो की तस्करी से जुड़ा था और संगीता मुख्य गवाह थी इसलिए उसके शव को कब्रिस्तान से निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया | एसएसपी अनंत देव तिवारी का कहना है कि संगीता बड़े महत्वपूर्ण केस किडनी प्रकरण की वादनी थी |  हालाँकि उनकी मौत स्वभाभिक प्रतीत हो रही थी,लेकिन उनके परिजनों ने पुलिस को बताये बगैर शव को कब्रिस्तान में दफना दिया था |  संगीता के शव को दफ़नाने के बाद कुछ कंट्रोवर्सी पैदा हो होने लगी इसलिए उसको देखते हुए शव को कब्रिस्तान से निकलवाकर पोस्टमार्टम कराया जा रहा है |  पोस्टमार्टम कराने का मकसद है कि किसी प्रकार का शक ना हो और ट्रांसपैरेंसी बनी रहे | 

बाईट - राजेश कश्यप (संगीता का पति) 
बाईट - अनंत देव तिवारी (एसएसपी_कानपुर नगर) 

अखण्ड प्रताप सिंह
कानपुर ।


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