कानपुर: शहर के पुलिस महकमे में आए दिन ही कोई ऐसी गतिविधि हो जा रही है, जिससे खाकी की चर्चा जोरों पर होने लगती है. कुछ दिनों पहले, कलक्टरगंज थाना प्रभारी जहां 50 हज़ार रुपये घूस के साथ अरेस्ट हुए थे, तो वहीं एक अपराधी को संरक्षण देने में काकादेव थाना प्रभारी निलंबित किए गए. अब शहर के एक आईपीएस (एडीसीपी पूर्वी) पर पुलिस आयुक्त ने कार्रवाई की और उनका जोन बदल दिया गया.
पुलिस आयुक्त डॉ. आरके स्वर्णकार के आदेश के मुताबिक, अब एडीसीपी पूर्वी आकाश पटेल एडीसीपी पश्चिम बनाए गए हैं. वहीं, एडीसीपी पश्चिम लाखन सिंह को एडीसीपी पूर्वी का चार्ज दिया गया है. आईपीएस पर हुई कार्रवाई को लेकर आला अफसरों का कहना था कि लगातार शिकायतें मिल रहीं थीं. इस वजह से आईपीएस का जोन बदला गया.
हेड कॉन्स्टेबल ने अफसरों को दिखाए शरीर के निशान: पुलिस कमिश्नरेट में अब एक मामले की चर्चा बहुत अधिक हो रही है. दरअसल, शहर के महाराजपुर थाने में तैनात हेड कॉन्स्टेबल ने ही आईपीएस पर मुर्गा बनाकर पीटने का आरोप लगाया था. ज़ब आला अफसरों ने इस मामले की पड़ताल की तो देखा कि कॉन्स्टेबल के शरीर पर कई निशान थे. जबकि, आईपीएस द्वारा अफसरों को बताया गया था कि उन्होंने हेड कॉन्स्टेबल का तबादला महज इसलिए किया. क्योंकि, उन्हें हेड कॉन्स्टेबल के खिलाफ शिकायत मिली थी. इसमें पुलिस की सूचना को बाहरी लोगों से साझा करने का आरोप था.
जब दो कॉन्स्टेबल निलंबित हुए, तब भी आईपीएस का नाम सामने आया था: कुछ दिनों पहले कानपुर पुलिस कमिश्नरेट के आला अफसरों ने कोतवाली के दो सिपाहियों को निलंबित किया था. सिपाहियों पर आरोप था कि उन्होंने शहर के हरबंश मोहाल थाना क्षेत्र में एक होटल संचालक को धमकाया था. बताते हैं कि इस मामले में भी आईपीएस का नाम उछला था. लेकिन, उस समय आला अफसरों ने कोई कार्रवाई नहीं की थी.
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