कानपुर: महोबा जिले में इन्द्रकांत त्रिपाठी की हत्या के बाद उनके परिजनों से मिलने जा रहे सपा के पूर्व मंत्री मनोज पांडेय को चकेरी पुलिस ने जाजमऊ चेक पोस्ट पर रोक लिया. इंद्रकांत त्रिपाठी के परिजनों से मिलने जा रहे सपा विधायकों के 3 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को जाजमऊ पुल पर कानपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई कर रहे पूर्व मंत्री और वर्तमान में रायबरेली की ऊंचाहार सीट से विधायक मनोज पांडे ने गिरफ्तारी पर सरकार के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली. पुलिस ने तीनों विधायकों को गिरफ्तार कर सिंचाई विभाग के गेस्ट हाउस में रखा है.
विधायक मनोज पांडे ने कहा कि सपा मुखिया अखिलेश यादव के निर्देश पर तीन विधायक शांतिपूर्ण ढंग से मृतक व्यापारी के परिजनों से मिलने महोबा जा रहे थे. जाजमऊ पुल पर बगैर कारण बताए कानपुर पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया. उनकी गिरफ्तारी लोकतंत्र की हत्या है. क्या वह किसी के दुख-सुख में शामिल होने नहीं जा सकते, इसका जवाब राज्य सरकार को देना चाहिए. उन्होंने मौजूदा राज्य सरकार को दमनकारी सरकार करार दिया.
उन्होंने कहा कि प्रदेश में लगातार हत्याएं हो रही हैं, पुलिस अपराध को कंट्रोल करने के बजाए जनप्रतिनिधियों का उत्पीड़न करने पर आमादा है. समाजवादी पार्टी के विधायकों के प्रतिनिधिमंडल की गिरफ्तारी के दौरान सपा के कार्यकर्ताओं और पुलिस की बीच नोक-झोंक भी हुई. इतना ही नहीं, गिरफ्तारी के विरोध में सपाइयों ने जमकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर हंगामा किया.
बता दें कि महोबा जिले के कबरई में एक व्यापारी ने एसपी मणिलाल पाटीदार पर 6 लाख रुपये मांगने का आरोप लगाते हुए वीडियो वायरल किया था. इसके बाद व्यापारी को अज्ञात लोगों ने गोली मार दी. गले में गोली लगने से घायल व्यापारी को जिला अस्पताल से कानपुर रेफर किया गया था. इलाज के दौरान व्यापारी इंद्रकांत की मौत हो गई थी. इसी मामले में महोबा के तत्कालीन एसपी के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया था.