कानपुर: शहर की पांचों आयुध निर्माणी इकाईयों के हजारों कर्मचारियों ने फैक्ट्री गेट पर आयुध निर्माणी के निगमीकरण के विरोध में धरना प्रदर्शन किया और केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. कर्मचारियों की मांग है कि इन आयुध निर्माणी फैक्ट्रियों का निगमीकरण न किया जाए.
आयुध निर्माणी फैक्ट्री के कर्मचारियों ने किया विरोध प्रदर्शन
देश में आयुध निर्माण करने वाली 41 फैक्ट्रियों में से पांच कानपुर में ही हैं. केंद्र सरकार इन आयुध निर्माणियों का निगमीकरण करने की तैयारी में है. जिसका प्रस्ताव जल्द ही पीएमओ के हवाले हो जाएगा. कर्मचारियों का कहना है कि 1962 से लेकर कारगिल युद्ध तक फैक्ट्रियों में बने उपकरणों और हथियारों की मदद से विजय हासिल की गई है.
कारगिल युद्ध के दौरान बर्फ पर चलने वाले जूतों का ऑर्डर जब विदेशी कंपनी नहीं कर पाई तो कानपुर के ही ऑर्डिनेंस फैक्ट्री के कर्मचारियों ने रात-दिन एक करके जूते तैयार किये और कारगिल युद्ध की विजय में सहायक बने. निगमीकरण से प्रतिस्पर्धा में पिछड़ने से फैक्ट्रियों का काम प्रभावित हो सकता है.
हज़ारों कर्मचारियों ने सरकार को चेतावनी दी कि निगमीकरण न हटने की दशा में 20 अगस्त से पांचो ऑर्डिनेंस फैक्ट्रियों के सभी कर्मचारी एक महीने की हड़ताल पर चले जाएंगे.