कानपुर: शहर में बढ़ते प्रदूषण रोकने व पर्यावरण को संरक्षित करने के लिए ई-बसों का संचालन किया गया था. वहीं, शहर में अभी 100 ई-बसें संचालित है जिनमें यात्री सफर कर रहे हैं और जल्द ही 270 अतिरिक्त ई-बसें भी कानपुर शहर में आने वाली है. अब इसी कड़ी में आम जनमानस को और एक बेहतर यातायात की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए कानपुर स्मार्ट सिटी और कानपुर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड ने मिलकर एक मोबाइल ऐप ई-बस तैयार किया है जिससे अब शहरवासियों की यात्रा और भी आरामदायक हो सकेगी.
अक्सर, जब लोग घर से कही भी जाने के लिए निकलते तो चौराहे पर उन्हें काफी देर बस व टेम्पों के लिए इंतजार करना पड़ता हैं क्योंकि उनको इस बात की जानकारी नही होती है कि कौन सी बस कितने बजे आएगी और कहां को जाएगी. वहीं, लोगों की सहूलियत के लिए व उनको स्मार्ट तरीके से सफर कराने के लिए जिला प्रशासन ने एक ऐप तैयार किया है. इस ऐप के जरिए लोगों को बस के आने और बस के जाने साथ ही उनको बस की रियल टाइमिंग के बारे में जानकारी प्राप्त हो सकेगी. इतना ही नहीं उनको जहां जाना है. उस जगह का किराया भी उस ऐप में देख सकेंगे साथ ही उन्हें इस ऐप के जरिए कई और अन्य सुविधाएं भी मिल सकेंगी.
कानपुर के कमिश्नर डॉ.राजशेखर ने इस ऐप को परखने के लिए स्मार्ट सिटी के अफसरों के साथ बुधवार को मोतीझील से रावतपुर तक सफर किया. इस बीच उन्होंने मोबाइल ऐप के सभी बारीक से बारीक बिंदुओं पर अफसरों के साथ परीक्षण किया. इतना ही नहीं इस परीक्षण के दौरान खुद मंडलाआयुक्त ने सभी स्थानों की ऐप के माध्यम से लाइव ट्रैकिंग की व कुछ प्रमुख चौराहों पर ई-बस ऐप में दिख रही इलेक्ट्रिक बसों की लाइव लोकेशन को भी चेक किया. इसके अलावा उन्होंने बताया कि ज्यादा से ज्यादा लोग ई-बस के ज़रिए सफर कर सकें इसलिए इस तरह की सुविधाएं शुरू की जा रही हैं.
कमिश्नर डॉ. राजशेखर ने आने वाले 6 महीनों में सभी स्टॉप बनाने और अगले 15 दिनों में उचित जगह पर साइनेजेस, लोगों के बैठने की व्यवस्था इत्यादि के लिए नगर निगम सिटी ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन, लोक निर्माण विभाग और स्मार्ट सिटी को संयुक्त रूप से कार्य करने को कहा है. इसके बाद मंडलायुक्त ने परीक्षण के बाद ई- बस मोबाइल ऐप को 14 फरवरी को लॉन्च करने के लिए वह सभी तैयारियों को पूर्ण करने के लिए अफसरों को निर्देश भी दिए.
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