कानपुर: वाराणसी, प्रयागराज में तो गंगा का रौद्र रूप दिख ही रहा था, अब कानपुर में गंगा (Ganga in Kanpur) ऊफान पर हैं. हरिद्वार से छोड़े गए 3.66 लाख क्यूसेक पानी के चलते शुक्लागंज के पास गंगा का जलस्तर (Ganga water level) 110.64 मीटर तक पहुंच गया, जबकि खतरे का निशान 112.90 मीटर पर है. लगातार गंगा में पानी बढ़ने के चलते डीएम ने जिला प्रशासन के अफसरों को अलर्ट किया है. गंगा बैराज, बिठूर के उन सभी गांवों में अफसरों की टीम तैनात है, जहां बाढ़ की स्थिति बन सकती है.
दरअसल, लगातार पहाड़ों पर हो रही बारिश से गंगा का जलस्तर दिनोंदिन बढ़ रहा था. हालांकि रविवार को अचानक से जलस्तर में बहुत अधिक इजाफा हुआ. शहर के अटल घाट (Atal Ghat Kanpur) समेत अन्य घाटों पर नावों का संचालन बंद करा दिया गया है. इसी तरह बिठूर में गंगा का पानी घाटों में पहली सीढ़ी तक पहुंच गया है. घाटों के किनारे रहने वालों को पुलिस और प्रशासन के अफसर लगातार सावधान रहने की हिदायत दे रहे हैं.
इसे भी पढ़ें-गंगा की तेज धार से अमरोहा में बने गंगा नगर पुल की ठोकर कटी, कई गांव का संपर्क टूटा
तीन दिनों तक लगातार आएगा पानी: शहर में गंगा का जलस्तर आगामी तीन दिनों में तेजी से बढ़ेगा. सिंचाई विभाग के अफसरों ने प्रशासनिक अफसरों को यह जानकारी दे दी है. कुछ दिनों पहले गंगा बैराज (Ganga Barrage) से 1.5 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया था. फिर जलस्तर में गिरावट हुई. लेकिन, हरिद्वार की ओर से पानी आ जाने से गंगा के लहरों की धार बहुत तेज हो गई है. अब, गंगा का पानी बढ़ जाने से उन्नाव और फतेहपुर के गांवों तक पानी पहुंचने की संभावना बढ़ गई है.
गंगा का जलस्तर बढ़ रहा है, यह जानकारी मिली है. सभी अधीनस्थ अफसरों को निर्देशित कर दिया है, कि वह अलर्ट पर रहें. अगर कहीं बाढ़ की स्थिति बनती है तो लोगों को उस स्थान से हटाकर सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जाएगा.
-विशाख जी अय्यर, डीएम