कानपुर: जिला आईआईटी प्रदूषण कम करने के लिए जाना जाता है, जिसके चलते छात्र यहां डीजल और पेट्रोल से चलने वाले वाहनों की जगह साइकिल का प्रयोग करते हैं. वहीं अब आईआईटी कैंपस में आवाजाही के लिए छात्रों को परेशान नहीं होना पड़ेगा. कैंपस के मुख्य गेट से अंदर तक दस सोलर रिक्शे चलाए जाएंगे, जो बिलकुल भी प्रदूषण नही करेंगे.
सीईएल ने दिया पांच सोलर रिक्शा-
वहीं पांच रिक्शे सेंट्रल इलेक्ट्रॉनिक लिमिटेड (सीईएल) की तरफ से आईआईटी प्रशासन को गिफ्ट किए गए. शेष पांच रिक्शे भी जल्द कैंपस आ जाएंगे. इस दौरान सीईएल की तरफ से समझौता भी किया गया. एक बार सोलर एनर्जी से चार्ज होने के बाद रिक्शा तीन से चार घंटे तक आराम से चल सकेगा. इसके बाद अगर बैट्री खत्म भी हो जाएगी तो चालक इसे पैडल से चला सकेगा, इसमें 12 वोल्ट की चार बैट्री और 300 वॉट का सोलर पैनल लगाया गया है.
आईआईटी बनाएगा सोलर रिक्शा को अधिक उपयोगी-
एक रिक्शे की कीमत करीब 68 हजार रुपये है जबकि सामान्य ई-रिक्शा की कीमत करीब 1.25 लाख है. अभी प्रारम्भिक तौर पर सौर ऊर्जा संचालित रिक्शा को आईआईटी को शोध करने के लिए उपलब्ध कराया गया है. आईआईटी द्वारा इस रिक्शा को उपयोग में लाने के बाद इसे और अधिक उपयोगी बनाया जा सकेगा.