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ऑक्सीजन की कमी के चलते नवजातों की जान पर खतरा - कानपुर समाचार

कानपुर में बढ़ते कोरोना मरीजो के बीच ऑक्सीजन नर्सिंग होम में भर्ती बच्चों की भी ऑक्सीजन की किल्लत से जूझना पड़ रहा है. ऑक्सीजन न होने के कारण नर्सिंग होम के आईसीयू में भर्ती बच्चों को हटाया जा रहा है. बच्चों को ट्रांसफर करने के लिए एंबुलेंस में भी ऑक्सीजन नहीं है.

नवजातों की जान पर खतरा
नवजातों की जान पर खतरा
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Published : Apr 22, 2021, 10:45 PM IST

कानपुर: जिले में बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच ऑक्सीजन भारी कमी हो गई है. नर्सिंग होम में भर्ती बच्चों की भी जिंदगी खतरे में आ गई है. आलम यह है ऑक्सीजन न मिलने से नर्सिंग होम के आईसीयू में भर्ती बच्चों को हटाया जा रहा है, जबकि परिजन ऑक्सीजन के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं. हैरानी इस बात की है कि बच्चों को ट्रांसफर करने के लिए एंबुलेंस में भी ऑक्सीजन नहीं है. एंबुलेंस चालक परिजनों की हालत देख कर उनको फ्री एंबुलेंस देने को तैयार हैं, लेकिन ऑक्सीजन न होने से बच्चों के की जिंदगी पर खतरा मडरा रहा है.

नवजातों की जान पर खतरा

रानू का नवजात बच्चा दस दिन से किरनदीप हास्पिटल के एनसीसीयू में भर्ती था, लेकिन मंगलवार को ऑक्सीजन न मिलने से हास्पिटल ने बच्चे को ले जाने को कह दिया.वहीं एंबुलेंस वाले फ्री सेवा देने को तैयार है, लेकिन उसमे ऑक्सीजन नहीं है. कानपुर के रानू ने बताया कि हास्पिटल में 10 दिन से बच्चा एडमिट है. अब ऑक्सीजन न मिलने से हटा रहे हैं. कहीं ऑक्सीजन नहीं मिल रही है. एंबुलेंस भी ऑक्सीजन नहीं है. सबसे कह चुके हैं लेकिन कोई मदद नहीं मिल रही है.



कानपुर के नर्सिंग होमो में भर्ती सैकड़ों नौनिहाल का यही हाल है. खुद नर्सिंग होम वाले लाचार हैं कि खतरे की दहलीज पर पड़े मासूमों को डिस्चार्ज करना पड़ रहा है और शहर के अधिकारी कह रहे है ऑक्सीजन की कमी नहीं है. अस्पताल संचालकों का कहना है कि "क्या करे कहीं से ऑक्सीजन नहीं मिल रही है. इसलिए डिस्चार्ज कर रहे हैं सभी बच्चों को हटा दिया है."

कानपुर: जिले में बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच ऑक्सीजन भारी कमी हो गई है. नर्सिंग होम में भर्ती बच्चों की भी जिंदगी खतरे में आ गई है. आलम यह है ऑक्सीजन न मिलने से नर्सिंग होम के आईसीयू में भर्ती बच्चों को हटाया जा रहा है, जबकि परिजन ऑक्सीजन के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं. हैरानी इस बात की है कि बच्चों को ट्रांसफर करने के लिए एंबुलेंस में भी ऑक्सीजन नहीं है. एंबुलेंस चालक परिजनों की हालत देख कर उनको फ्री एंबुलेंस देने को तैयार हैं, लेकिन ऑक्सीजन न होने से बच्चों के की जिंदगी पर खतरा मडरा रहा है.

नवजातों की जान पर खतरा

रानू का नवजात बच्चा दस दिन से किरनदीप हास्पिटल के एनसीसीयू में भर्ती था, लेकिन मंगलवार को ऑक्सीजन न मिलने से हास्पिटल ने बच्चे को ले जाने को कह दिया.वहीं एंबुलेंस वाले फ्री सेवा देने को तैयार है, लेकिन उसमे ऑक्सीजन नहीं है. कानपुर के रानू ने बताया कि हास्पिटल में 10 दिन से बच्चा एडमिट है. अब ऑक्सीजन न मिलने से हटा रहे हैं. कहीं ऑक्सीजन नहीं मिल रही है. एंबुलेंस भी ऑक्सीजन नहीं है. सबसे कह चुके हैं लेकिन कोई मदद नहीं मिल रही है.



कानपुर के नर्सिंग होमो में भर्ती सैकड़ों नौनिहाल का यही हाल है. खुद नर्सिंग होम वाले लाचार हैं कि खतरे की दहलीज पर पड़े मासूमों को डिस्चार्ज करना पड़ रहा है और शहर के अधिकारी कह रहे है ऑक्सीजन की कमी नहीं है. अस्पताल संचालकों का कहना है कि "क्या करे कहीं से ऑक्सीजन नहीं मिल रही है. इसलिए डिस्चार्ज कर रहे हैं सभी बच्चों को हटा दिया है."

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