कानपुर: हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के खजांची जय वाजपेयी की संपत्ति पर अब नगर निगम ने भी अपनी निगाहें तिरछी कर ली हैं. सालों से नगर निगम को हाउस टैक्स न मिलने पर अधिकारियों द्वारा जय वाजपेयी को कई नोटिस भेजे गए. मामले ने उस वक्त जोर पकड़ लिया, जब फरवरी में जय वाजपेई ने 54 हजार की चेक से नगर निगम को हाउस टैक्स का भुगतान किया और वह चेक बाउंस हो गई. चेक बाउंस होते ही अधिकारियों में खलबली मच गई और जोन-4 में वाजपेयी की बनी 6 संपत्तियों पर हाउस टैक्स की कार्रवाई शुरू कर दी गई. इस बारे में जोनल अधिकारी ने बताया कि चेक बाउंस होने के साथ साथ लाखों के हाउस टैक्स बकाया को लेकर नोटिस भेजा जा रहा है और इसको लेकर जांच भी शुरू कर दी गई है.
बाउंस हो गई थी जय वाजपेयी की दी हुई चेक
जानकारी के मुताबिक जय वाजपेयी का नगर निगम में भी दबदबा था, इसीलिए कई सालों से उसका हाउस टैक्स बकाया था. जोनल अधिकारी ने बताया कि उसके खिलाफ आज तक कर निरीक्षकों और अफसरों ने कोई कार्रवाई नहीं की. उसने अपने ब्रह्मनगर के मकान नंबर 111/478 (12) पर बकाया टैक्स के लिए 14 फरवरी को स्टेट बैंक की चेक संख्या 637049 के माध्यम से 54 हजार रुपये जमा कराए थे, लेकिन चेक बाउंस कर गई. जोनल अधिकारी ने कहा कि जब जय की संपत्ति जब्त करने का मामला शुरू हुआ तो नगर निगम ने भी मकानों का टैक्स खंगालना शुरू किया. इसके बाद जाकर पता चला कि जय वाजपेयी ने हाउस टैक्स के लिए जो चेक कमा की थी, वह बाउंस हो गई है.
बता दें कि अभी जय वाजपेयी की सभी संपत्ति पर नगर निगम ने बकाया वसूलने को लेकर कोई कार्रवाई नहीं की. इसके अलावा भी खंजाची की कई संपत्तियां हैं, जिन पर भी कर बकाया है. साथ ही कई मकानों का अभी तक नामान्तरण तक नहीं कराया गया है, इसमें लाखों रुपये नामान्तरण शुल्क नगर निगम को मिलना है.