कानपुर: जिले के घाटमपुर के बिरहापुर गांव में रविवार को शहीद धर्मेंद्र का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव पहुंच गया. धर्मेंद्र गुरुवार को करगिल में शहीद हो गए थे. उनके साथ उनके कई और साथी भी घायल हो गए हैं, जिनका इलाज चल रहा है. करगिल में हिमस्खलन में दबकर उनकी मौत हो गई थी. शहीद के अंतिम दर्शन करने के लिए पूरा गांव पहुंच गया. परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है.
- रविवार सुबह सेना के जवान धर्मेंद्र पार्थिव शव को लेकर उनके पैतृक गांव बिराहीनपुर पहुंचे,
- जहां लोग उनके अंतिम दर्शन करने लिए लिए घण्टो से इन्तेजार कर रहे थे.
- शहीद का पार्थिव शरीर पहुंचते ही परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल गया.
- अपने लाल को शहीद अंतिम विदाई देने के लिए पूरा गांव उमड़ा पड़ा.
- नम आंखों से पूरे गांव ने शहीद को अंतिम विदाई दी.
इसे भी पढ़ें- कानपुर: सियाचिन में बर्फ में दबकर शहर का बेटा हुआ शहीद