कानपुर : देश में बहुचर्चित बिकरु कांड में शहीद हुए डिप्टी एसपी देवेंद्र मिश्रा की बड़ी बेटी वैष्णवी ने मृतक आश्रित कोटे से नौकरी के लिए आवेदन किया है. आवेदन करने के दौरान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के बाबू ने जरुरी दस्तावेज देने के लिए भी कहा है. इससे पहले बिकरु कांड में शहीद हुए एक दारोगा और सिपाहियों के मृतक आश्रितों ने नौकरी के लिए आवेदन किया था. इसके लिए उनका फिजिकल परीक्षण भी पूरा हो चुका है.
राजपत्रित नौकरी के लिए किया आवेदन
बिकरु कांड में शहीद हुए डिप्टी एसपी देवेंद्र कुमार मिश्रा की बेटी वैष्णवी ने शासन से राजपत्रित अधिकारी की नौकरी देने की मांग की है. उन्होंने बताया कि इस बाबत पूर्व के कुछ उदाहरण भी हैं, जिन्हें राजपत्रित अधिकारी की नौकरी दी गई है. जैसे कि शहीद सीओ जियाउल हक की पत्नी को राजपत्रित ऑफिसर का पद मिल चुका है. इसी तरह दिवंगत इंस्पेक्टर ध्रुव लाल यादव के मृतक आश्रित कोटे में राजपत्रित अधिकारी की नौकरी भी मिल चुकी है.
2 जुलाई को शहीद हुए थे डिप्टी एसपी
2 जुलाई की रात गैंगस्टर विकास दुबे को पकड़ने के लिए दबिश देने गई पुलिस टीम पर उसने और उसके गुर्गों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी थी. इसमें डिप्टी एसपी देवेंद्र मिश्रा समेत आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे. इस जघन्य हत्याकांड में सीओ के साथ शिवराजपुर के थाना प्रभारी रहे महेश चंद्र, मंधना चौकी इंचार्ज अनूप कुमार, एक दारोगा नेबू लाल सहित चार सिपाही बबलू, राहुल, सुल्तान समेत जितेंद्र शामिल हैं.
नौकरी के लिए जल्द ही बुलाया जाएगा
सितंबर और अक्टूबर में बिकरु कांड में शहीद हुए सिपाही अनूप की पत्नी नीतू, राहुल की पत्नी दिव्या, सुल्तान की पत्नी उर्मिला को और बबलू के भाई उमेश ने मृतक आश्रित के तहत नौकरी के लिए आवेदन किया था. उनकी शारीरिक मानक परीक्षा हो चुकी है. उधर डिप्टी एसपी देवेंद्र कुमार मिश्रा की बेटी वैष्णवी ने हाल में ही स्नातक की परीक्षा पास कर ली है. मंगलवार को वैष्णवी ने एसएसपी दफ्तर पहुंचकर दारोगा की नौकरी के लिए आवेदन किया है.