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Manish Gupta murder case : सीएम योगी ने मीनाक्षी को दी सरकारी नौकरी, केडीए में मिलेगी तैनाती - कानपुर की खबर

गोरखपुर में पुलिस की पिटाई से दम तोड़ने वाले कानपुर के बिजनेसमैन मनीष गुप्ता की पत्नी मीनाक्षी गुप्ता की सरकारी नौकरी वाली मांग सीएम योगी आदित्यनाथ ने मान ली है. कानपुर में सीएम ने मीनाक्षी गुप्ता को सरकारी नौकरी देने का ऐलान कर दिया. मीनाक्षी को यह नौकरी कानपुर विकास प्राधिकरण (केडीए) में मिलेगी. वह ओएसडी के पद पर तैनात की जाएंगी.

सीएम ने मीनाक्षी को दी सरकारी नौकरी
सीएम ने मीनाक्षी को दी सरकारी नौकरी
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Published : Sep 30, 2021, 4:10 PM IST

Updated : Sep 30, 2021, 9:54 PM IST

कानपुर : गोरखपुर में पुलिस की पिटाई से दम तोड़ने वाले कानपुर के बिजनेसमैन मनीष गुप्ता की पत्नी मीनाक्षी गुप्ता की सरकारी नौकरी वाली मांग आखिर सीएम योगी आदित्यनाथ ने मान ही ली. कानपुर में गुरुवार को जनसभा में भाग लेने पहुंचे योगी आदित्यनाथ ने मीनाक्षी गुप्ता से मुलाकात की और उनकी मांगें सुनी. सीएम ने उन्हें सरकारी नौकरी देने का ऐलान कर दिया. बताया गया कि मीनाक्षी को यह नौकरी कानपुर विकास प्राधिकरण (केडीए) में मिलेगी. वह ओएसडी के पद पर तैनात की जाएंगी. बता दें कि मनीषा के चार साल का बेटा है.

सीएम योगी ने की मीनाक्षी से मुलाकात

कानपुर में जनसभा में भाग लेने आए सीएम योगी ने मनीष की पत्नी मीनाक्षी से मुलाकात की. उन्होंने आश्वासन दिया कि सरकार उनके साथ है. अपराधी कोई भी हो, सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी. इसके बाद उन्होंने केडीए वीसी को बुलाकर मीनाक्षी को केडीए में ओएसडी के पद पर नियुक्ति देने के निर्देश दे दिए. साथ ही सीएम ने दस लाख रुपये के अलावा मुआवजा राशि बढ़ाने का आश्वासन दिया. सीबीआई जांच की मांग पर सीएम ने कहा कि यदि मीनाक्षी ऐसा चाहती हैं तो वह लिखित रूप में दे दें, सीबीआई जांच की संस्तुति कर दी जाएगी.

सीएम से मिलकर निकलती मीनाक्षी गुप्ता.

केस गोरखपुर से कानपुर ट्रांसफर किए जाने की मांग पर उन्होंने कहा कि कानपुर में केस ट्रांसफर किया जाएगा. कमेटी बनाकर जांच कराई जएगी. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी. कानून के तहत कार्रवाई की जाएगी. सीएम ने कहा कि कल जब विधायक ने फोन किया था तो उन्होंने खुद मृतक की पत्नी से मिलने की इच्छा जताई थी. उन्होंने कहा कि आगे भी कोई परेशानी हो तो विधायक को सूचित कर दीजिएगा, समस्या दूर कर दी जाएगी.

मीनाक्षी गुप्ता का बयान

यह भी पढ़ेंः मनीष गुप्ता के सिर-चेहरे पर गंभीर चोटों के निशान, क्या पुलिस ने ले ली जान !

बता दें कि गुरुग्राम से दो दोस्तों के साथ गोरखपुर घूमने आए कानपुर के बिजनेसमैन मनीष गुप्ता (36) की बीते सोमवार देर रात पुलिस की पिटाई से मौत हो गई. आरोप है कि जांच का विरोध करने पर पुलिस कर्मियों ने उन्हें और दोस्तों को बेरहमी से पीटा था. अस्पताल में मनीष ने दम तोड़ दिया था. इसके विरोध में मनीष की पत्नी ने थाने के बाहर धरना भी दिया. पुलिस ने रामगढ़ताल थाने में हत्या का मुकदमा दर्ज किया. निलंबित इंस्पेक्टर जगतनारायण सिंह, चौकी इंचार्ज अक्षय मिश्रा और विजय यादव को नामजद किया गया है. इस मामले में तीन अन्य भी आरोपी है.

एडीजी का दावा, एडीटिंग कर वायरल किए गए डीएम-कमिश्नर के वीडियो, जांच हो रही

उधर, एडीजी लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण घटना करार देते हुए कहा कि छह पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है. पैनल ऑफ डॉक्टर के समक्ष पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी कराई गई है. मृतक की पत्नी की लिखित तहरीर पर सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत है. राज्य सरकार द्वारा सहायता की घोषणा की गई है. शासन स्तर पर वहां के एडीजी को इस प्रकरण की जांच दी गई है. उन्होंने कहा कि डीएम और कमिश्नर के जो वीडियो वायरल हो रहे हैं, उन्हें कई टुकड़ों में एडिट कर वायरल किया गया है. इसकी जांच की जा रही है. एडीसी को निर्देश दिए गए हैं कि जांच अपने स्तर पर करें.

कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह बोले, पारदर्शिता से होगी जांच

उधर, आगरा में एक कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचे कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने मनीष हत्याकांड को लेकर पीड़ित परिवार के प्रति अपनी सहानभूति जताई. उन्होंने कहा कि सरकार कानून के तहत कार्रवाई करेगी. जांच पूरी तरह से पारदर्शिता बरती जाएगी.

विधायक ने सौंपा दस लाख का चेक

गोविंद नगर विधानसभा के विधायक सुरेंद्र मैथानी बर्रा स्थित मनीष गुप्ता के घर पहुंचे और उन्होंने पत्नी मीनाक्षी गुप्ता को दस लाख रुपये का चेक सौंपा. साथ ही उन्होंने आगे भी हर संभव मदद करने का वादा किया. उन्होंने कहा कि वह परिवार के साथ हर वक्त खड़े हैं. मुख्यमंत्रीजी का आदेश है कि परिवार को किसी भी प्रकार की कोई भी समस्या न हो.

कानपुर : गोरखपुर में पुलिस की पिटाई से दम तोड़ने वाले कानपुर के बिजनेसमैन मनीष गुप्ता की पत्नी मीनाक्षी गुप्ता की सरकारी नौकरी वाली मांग आखिर सीएम योगी आदित्यनाथ ने मान ही ली. कानपुर में गुरुवार को जनसभा में भाग लेने पहुंचे योगी आदित्यनाथ ने मीनाक्षी गुप्ता से मुलाकात की और उनकी मांगें सुनी. सीएम ने उन्हें सरकारी नौकरी देने का ऐलान कर दिया. बताया गया कि मीनाक्षी को यह नौकरी कानपुर विकास प्राधिकरण (केडीए) में मिलेगी. वह ओएसडी के पद पर तैनात की जाएंगी. बता दें कि मनीषा के चार साल का बेटा है.

सीएम योगी ने की मीनाक्षी से मुलाकात

कानपुर में जनसभा में भाग लेने आए सीएम योगी ने मनीष की पत्नी मीनाक्षी से मुलाकात की. उन्होंने आश्वासन दिया कि सरकार उनके साथ है. अपराधी कोई भी हो, सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी. इसके बाद उन्होंने केडीए वीसी को बुलाकर मीनाक्षी को केडीए में ओएसडी के पद पर नियुक्ति देने के निर्देश दे दिए. साथ ही सीएम ने दस लाख रुपये के अलावा मुआवजा राशि बढ़ाने का आश्वासन दिया. सीबीआई जांच की मांग पर सीएम ने कहा कि यदि मीनाक्षी ऐसा चाहती हैं तो वह लिखित रूप में दे दें, सीबीआई जांच की संस्तुति कर दी जाएगी.

सीएम से मिलकर निकलती मीनाक्षी गुप्ता.

केस गोरखपुर से कानपुर ट्रांसफर किए जाने की मांग पर उन्होंने कहा कि कानपुर में केस ट्रांसफर किया जाएगा. कमेटी बनाकर जांच कराई जएगी. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी. कानून के तहत कार्रवाई की जाएगी. सीएम ने कहा कि कल जब विधायक ने फोन किया था तो उन्होंने खुद मृतक की पत्नी से मिलने की इच्छा जताई थी. उन्होंने कहा कि आगे भी कोई परेशानी हो तो विधायक को सूचित कर दीजिएगा, समस्या दूर कर दी जाएगी.

मीनाक्षी गुप्ता का बयान

यह भी पढ़ेंः मनीष गुप्ता के सिर-चेहरे पर गंभीर चोटों के निशान, क्या पुलिस ने ले ली जान !

बता दें कि गुरुग्राम से दो दोस्तों के साथ गोरखपुर घूमने आए कानपुर के बिजनेसमैन मनीष गुप्ता (36) की बीते सोमवार देर रात पुलिस की पिटाई से मौत हो गई. आरोप है कि जांच का विरोध करने पर पुलिस कर्मियों ने उन्हें और दोस्तों को बेरहमी से पीटा था. अस्पताल में मनीष ने दम तोड़ दिया था. इसके विरोध में मनीष की पत्नी ने थाने के बाहर धरना भी दिया. पुलिस ने रामगढ़ताल थाने में हत्या का मुकदमा दर्ज किया. निलंबित इंस्पेक्टर जगतनारायण सिंह, चौकी इंचार्ज अक्षय मिश्रा और विजय यादव को नामजद किया गया है. इस मामले में तीन अन्य भी आरोपी है.

एडीजी का दावा, एडीटिंग कर वायरल किए गए डीएम-कमिश्नर के वीडियो, जांच हो रही

उधर, एडीजी लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण घटना करार देते हुए कहा कि छह पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है. पैनल ऑफ डॉक्टर के समक्ष पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी कराई गई है. मृतक की पत्नी की लिखित तहरीर पर सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत है. राज्य सरकार द्वारा सहायता की घोषणा की गई है. शासन स्तर पर वहां के एडीजी को इस प्रकरण की जांच दी गई है. उन्होंने कहा कि डीएम और कमिश्नर के जो वीडियो वायरल हो रहे हैं, उन्हें कई टुकड़ों में एडिट कर वायरल किया गया है. इसकी जांच की जा रही है. एडीसी को निर्देश दिए गए हैं कि जांच अपने स्तर पर करें.

कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह बोले, पारदर्शिता से होगी जांच

उधर, आगरा में एक कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचे कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने मनीष हत्याकांड को लेकर पीड़ित परिवार के प्रति अपनी सहानभूति जताई. उन्होंने कहा कि सरकार कानून के तहत कार्रवाई करेगी. जांच पूरी तरह से पारदर्शिता बरती जाएगी.

विधायक ने सौंपा दस लाख का चेक

गोविंद नगर विधानसभा के विधायक सुरेंद्र मैथानी बर्रा स्थित मनीष गुप्ता के घर पहुंचे और उन्होंने पत्नी मीनाक्षी गुप्ता को दस लाख रुपये का चेक सौंपा. साथ ही उन्होंने आगे भी हर संभव मदद करने का वादा किया. उन्होंने कहा कि वह परिवार के साथ हर वक्त खड़े हैं. मुख्यमंत्रीजी का आदेश है कि परिवार को किसी भी प्रकार की कोई भी समस्या न हो.

Last Updated : Sep 30, 2021, 9:54 PM IST
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