कानपुर: जिले के बिकरू में हुए पुलिस हत्याकांड में एक और खुलासा सामने आया है. बता दें कि शहीद सीओ देवेंद्र मिश्रा ने तत्कालीन कप्तान को रिपोर्ट भेजी थी. वहीं विकास दुबे के साथ एसओ विनय तिवारी के संबंधों को लेकर उन्होंने पत्र लिखा था. उन्होंने विनय तिवारी से विकास दुबे के साथ सांठ-गांठ होने का आरोप लगाया था. उन्होंने लिखा था कि विकास दुबे के खिलाफ दर्ज मुकदमों में एसओ विनय तिवारी कोई कार्रवाई नहीं करता था.
वायरल हुए इस पत्र का कानपुर रेंज के आईजी मोहित अग्रवाल ने संज्ञान लिया है. उन्होंने कहा कि मामले की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी की ऑफिस से फाइलें मंगाई गई हैं. फाइल की जांच की जाएगी और जो तथ्य सामने आएंगे उनके आधार पर कार्रवाई की जाएगी. बता दें कि अगर समय पर कार्रवाई हो गई होती तो पुलिसकर्मी नहीं शहीद होते.
कानपुर महानगर के थाना चौबेपुर के बिकरू गांव में बीती 2 जुलाई की रात को दबिश देने गए पुलिस टीम पर ढाई लाख के इनामी बदमाश विकास दुबे और उसके साथियों ने अंधाधुंध फायरिंग कर दी थी. इसमें डिप्टी एसपी समेत आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे. मार्च में सीओ देवेंद्र मिश्रा की ओर से वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कानपुर नगर तत्कालीन अनंत देव तिवारी को पत्र लिखा गया था, जिसमें थाना चौबेपुर के इंस्पेक्टर विनय तिवारी की गैंगस्टर विकास दुबे के साथ सांठ-गांठ का चिट्ठा खोला था. अगर उसी वक्त आला अधिकारियों की ओर से इस पर कार्रवाई की गई होती तो यह घटना शायद न हुई होती.