लखनऊ: एलडीए की विभिन्न योजनाओं में भूखंडों के आवंटन में एक-एक कर फर्जीवाड़े खुल रहे हैं. अब कानपुर रोड के सेक्टर एचएल व जी के 9 भूखंडों में हेराफेरी की आंशका है. इस मामले में लखनऊ विकास प्राधिकरण (Lucknow Development Authority) के सचिव पवन गंगवार ने जांच के आदेश दिए हैं.
राजधानी के गोमती नगर, ट्रांसपोर्ट नगर, प्रियदशर्नी नगर योजना के भूखंडों में घोटाला हो चुका है. कानपुर रोड के 9 भूखंडों पर फर्जी तरीके से रजिस्ट्री की गई. एलडीए में न तो पैसा जमा किया गया और न कागजी कार्रवाई पूरी की गई. इन्हें दूसरे लोगों को बेच भी दिया गया. यह सभी भूखंड 30 से लेकर 73 वर्ग मीटर के बताए जा रहे हैं.
एक अज्ञात पत्र ने इस फर्जीवाड़े को उजागर किया है, हालांकि पूरी पड़ताल के बाद ही सच से परदा उठेगा. फिलहाल एलडीए की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खडे़ हो रहे हैं. लीज प्लान से लेकर योजना देखने वाले पूर्व अधिकारी की संलिप्तता सामने आ रही है. इस मामले की जांच अपर सचिव ज्ञानेंद्र वर्मा को सौंपी गई है. सचिव लविप्रा पवन कुमार गंगवार के नाम से एक पत्र अज्ञात व्यक्ति ने भेजा है. इस भूखंड में एक प्रापर्टी डीलर का नाम लिया गया है.
सचिव के मुताबिक फाइलें निकलवाकर सत्यापन कराया जाएगा. वहीं शिकायतकर्ता ने दावा किया है कि जिन भूखंडों का शिकायत पत्र में उल्लेख है, इन भूखंडों की फाइलें एलडीए में नहीं हैं और न ही प्राधिकरण से इनकी रजिस्ट्री की गई है. इनमें ज्यादातर भूखंड बेचे जा चुके हैं. कानपुर रोड के जिन भूखंडों की फर्जी रजिस्ट्री की शिकायत की गई है, उनमें सेक्टर एच 2/35, 73.20 वर्ग मी., सेक्टर एच 2/36, 73.20 वर्ग मी., सेक्टर एच 2/37, 73.20 वर्ग मी., सेक्टर एच 2/38, 73.20 वर्ग मी., सेक्टर जी 5/833, 36 वर्ग मी., सेक्टर एल 2/283 बी, 30 वर्ग मी., सेक्टर एल 2/283 सी, 30 वर्ग मी., सेक्टर एल 2/283 डी, 30 वर्ग मी.,सेक्टर एल 2/283 ई, 30 वर्ग मी. के भूखंड हैं. इनमें एच 2/35 राम प्रसाद सिंह, एच 2/36 सुजीत कुमार, एच 2/37 राजेश कुमार भाटिया और एच 2/38 रंजीत कुमार के नाम कप्यूटरों में दर्ज हैं.
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