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VVIP नंबरो के लिए लगती है लाखों की बोली, परिवहन विभाग को हर वर्ष हो रहा करोड़ों का फायदा - कानपुर के वीवीआपी नंबर

कानपुर के आरटीओ विभाग में भी शौक पूरा करने वालों की भीड़ लगी है. शौकीन लोग लाखों रुपये के नंबर लेने के लिए बोली लगा रहे हैं और फैंसी नंबर आवंटित करने के एवज में विभाग को हर साल करोड़ों रुपये की कमाई हो रही है.

VVIP नंबरो के लिए लगती है लाखों की बोली
VVIP नंबरो के लिए लगती है लाखों की बोली
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Published : Apr 22, 2022, 10:19 PM IST

Updated : Apr 22, 2022, 10:58 PM IST

कानपुर : कहा जाता है, शौक बड़ी चीज है. शौक को पूरा करने के लिए इंसान किसी भी हद तक गुजर जाता है. फिर चाहे बात महंगी गाड़ियों को खरदीने की हो या फिर गाड़ी की नंबर प्लेट पर दिखने वाले वीवीआइपी(VVIP) नंबरों की. इस प्रकार के शौकीनों की दुनियां भर में कमी नहीं है.

कानपुर के आरटीओ विभाग में भी शौक पूरा करने वालों की भीड़ लगी है. शौकीन लोग लाखों रुपये के नंबर लेने के लिए बोली लगा रहे हैं और फैंसी नंबर आवंटित करने के एवज में विभाग को हर साल करोड़ों रुपये की कमाई हो रही है. एआरटीओ प्रशासन सुधीर वर्मा ने बताया कि कुछ वीवीआइपी(VVIP) नंबर की कैटेगरी है. जिनमें 0001 से लेकर 0009, 0786, 1111, 2222, 3333, 4444, 5555, 6666, 7777, 8888, 9999 नंबरों की श्रंखला है. इन नंबरों के लिए चौपहिया वाहन पर फीस एक लाख रुपये है. हालांकि, नंबर लेने के लिए बोली लगती है. वहीं, दोपहिया वाहनों पर इन नंबरों के लिए 20 हजार रुपये फीस देनी पड़ती है.

VVIP नंबरो के लिए लगती है लाखों की बोली

वीवीआइपी नंबरों के लिए डेढ़ साल में छह गुना से अधिक बड़ी फीस: एआरटीओ प्रशासन सुधीर वर्मा ने बताया कि जो वीवीआइपी(VVIP) नंबर हैं, उनके लिए फीस में पिछले डेढ़ साल के अंदर छह गुना से अधिक की वृद्धि हो चुकी है. डेढ़ साल पहले फीस 15 हजार रुपये थी, जो अब बढ़कर एक लाख रुपये हो चुकी है.


आरटीओ को पिछले साल फीस में मिले 2 करोड़ 42 लाख रुपये:

माहफीस मिली (लाखों रुपये में )
अप्रैल 2021 16.86 लाख
मई 2021 6.67 लाख
जून 2021 19.17 लाख
जुलाई 2021 22.47 लाख
अगस्त 2021 11.63 लाख
सितंबर 2021 22.69 लाख
अक्टूबर 2021 22.11 लाख
नवंबर 2021 20.78 लाख
दिसंबर 2021 23.15 लाख
जनवरी 2022 27.00 लाख
फरवरी 2022 22.65 लाख
मार्च 2022 26.99 लाख

इसे पढ़ें- करोड़ों के ट्रिपर लोडर नगर पालिका प्रशासन चलाना भूला, लोडर खा रहे जंग

कानपुर : कहा जाता है, शौक बड़ी चीज है. शौक को पूरा करने के लिए इंसान किसी भी हद तक गुजर जाता है. फिर चाहे बात महंगी गाड़ियों को खरदीने की हो या फिर गाड़ी की नंबर प्लेट पर दिखने वाले वीवीआइपी(VVIP) नंबरों की. इस प्रकार के शौकीनों की दुनियां भर में कमी नहीं है.

कानपुर के आरटीओ विभाग में भी शौक पूरा करने वालों की भीड़ लगी है. शौकीन लोग लाखों रुपये के नंबर लेने के लिए बोली लगा रहे हैं और फैंसी नंबर आवंटित करने के एवज में विभाग को हर साल करोड़ों रुपये की कमाई हो रही है. एआरटीओ प्रशासन सुधीर वर्मा ने बताया कि कुछ वीवीआइपी(VVIP) नंबर की कैटेगरी है. जिनमें 0001 से लेकर 0009, 0786, 1111, 2222, 3333, 4444, 5555, 6666, 7777, 8888, 9999 नंबरों की श्रंखला है. इन नंबरों के लिए चौपहिया वाहन पर फीस एक लाख रुपये है. हालांकि, नंबर लेने के लिए बोली लगती है. वहीं, दोपहिया वाहनों पर इन नंबरों के लिए 20 हजार रुपये फीस देनी पड़ती है.

VVIP नंबरो के लिए लगती है लाखों की बोली

वीवीआइपी नंबरों के लिए डेढ़ साल में छह गुना से अधिक बड़ी फीस: एआरटीओ प्रशासन सुधीर वर्मा ने बताया कि जो वीवीआइपी(VVIP) नंबर हैं, उनके लिए फीस में पिछले डेढ़ साल के अंदर छह गुना से अधिक की वृद्धि हो चुकी है. डेढ़ साल पहले फीस 15 हजार रुपये थी, जो अब बढ़कर एक लाख रुपये हो चुकी है.


आरटीओ को पिछले साल फीस में मिले 2 करोड़ 42 लाख रुपये:

माहफीस मिली (लाखों रुपये में )
अप्रैल 2021 16.86 लाख
मई 2021 6.67 लाख
जून 2021 19.17 लाख
जुलाई 2021 22.47 लाख
अगस्त 2021 11.63 लाख
सितंबर 2021 22.69 लाख
अक्टूबर 2021 22.11 लाख
नवंबर 2021 20.78 लाख
दिसंबर 2021 23.15 लाख
जनवरी 2022 27.00 लाख
फरवरी 2022 22.65 लाख
मार्च 2022 26.99 लाख

इसे पढ़ें- करोड़ों के ट्रिपर लोडर नगर पालिका प्रशासन चलाना भूला, लोडर खा रहे जंग

Last Updated : Apr 22, 2022, 10:58 PM IST
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