कानपुर: शहर के साड़ी कारोबारी मनीष कानोडिया के बेटे कुशाग्र की मौत के मामले में पुलिस ने सभी हत्यारों की रिमांड के लिए आवेदन किया है. इस पर आज बहस होगी. इस मामले की गहनात से जांच कर रहे डीसीपी सेंट्रल प्रमोद कुमार व जेसीपी लॉ एंड आर्डर आनंद प्रकाश तिवारी का कहना है, कि रिमांड मिलने पर सभी आरोपियों से अलग ढंग से पूछताछ की जाएगी.
उम्मीद है, घटना से जुड़े कुछ नए तथ्य सामने आ सकते हैं. जिससे पुलिस इस घटना की केस डायरी को और मजबूत करेगी. पुलिस कमिश्नरेट के आला अफसरों का यह भी प्लान है कि सभी आरोपियों के साथ क्राइम सीन को दोबारा क्रिएट (Kanpur Police will recreate crime scene) किया जाए. सबसे मुख्य बात यह भी है, कि पुलिस के आला अफसर इस बात को जानने की कोशिश कर रहे हैं कि इस हत्याकांड में कुछ और लोग भी शामिल हैं क्या?
हत्या की मुख्य वजह फिरौती: पुलिस आयुक्त डा.आरके स्वर्णकार का कहना है, कि घटना होने के 10 घंटे बाद तक तो यही लगा था, कि कुशाग्र और रचिता के बीच बातचीत होती थी, जिससे प्रभात चिढ़ गया था और फिर उसने हत्या कर दी. मगर, जिस तरह से अन्य साक्ष्य सामने आए, उससे स्पष्ट हो गया कि कुशाग्र की हत्या फिरौती के लिए की गई. अब, रिमांड मिलने के बाद कुछ और कारण भी पता लग सकते हैं.
सालों तक चोरी की बाइक चलाता रहा प्रभात: डीसीपी सेंट्रल प्रमोद कुमार ने बताया, कि प्रभात शातिर अपराधी है. प्रभात के घर से पुलिस ने एक बाइक बरामद की है. जो सात सालों पहले चोरी हो गई थी. अब, पुलिस के अफसरों को शक है कि प्रभात के संबंध कई अन्य अपराधियों से भी होंगे. जिनका इस हत्याकांड (Kushagra murder case in Kanpur) में हाथ हो सकता है. इसलिए प्रभात के मोबाइल नंबरों की गंभीरता से जांच के आदेश दिए गए हैं.