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इस शहर से खत्म होगी अंग्रेजों की बनाई हुई व्यवस्था, प्रमुख चौराहे होंगे महापुरुषों के नाम पर

महापौर प्रमिला पांडे (Mayor Pramila Pandey) ने कानपुर शहर में कार्यकारिणी की बैठक में शहर के चार प्रमुख चौराहों के नाम बदलने का निर्णय लिया है. इन चौराहों में बड़ा चौराहा प्रमुख है. इसका नाम स्व.कल्याण सिंह चौराहा रखा गया है.

महापौर प्रमिला पांडे
महापौर प्रमिला पांडे
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Sep 8, 2023, 12:19 PM IST

महापौर प्रमिला पांडे बोली.

कानपुर: महापौर प्रमिला पांडे ने कानपुर शहर में कार्यकारिणी की एक बैठक आयोजित की थी. इस कार्यकारिणी बैठक में अंग्रेजों के शासनकाल में चौराहों के नामकरण को बदलने का एक अहम फैसला लिया गया. इसमें शहर के 4 प्रमुख चौराहों का प्रस्ताव पास किया गया है. जिसमें कानपुर का सबसे प्रमुख चौराहा बड़ा चौराहा भी शामिल है. इस प्रस्ताव के बाद अब इस चौराहे को स्व. कल्याण सिंह चौराहा के नाम से जाना जाएगा.


प्रमुख चौराहों के नाम बदले जाएंगे
महापौर प्रमिला पांडे ने ईटीवी भारत को बताया कि एक दौर था, जब देश गुलामी की जिंदगी जी रहा था और अंग्रेज पूरे देश में राज कर रहे थे. उन्हीं के शासन काल में कानपुर के कई चौराहों का नामकरण किया गया था. इसलिए अंग्रेजों ने अपने अधिकारियों के नाम पर इन प्रमुख चौराहों को कर दिया था. इन प्रमुख चौराहों मेस्टन रोड, लाटूश रोड, कलेक्टर गंज जैसे कई चर्चित चौराहा शामिल हैं. उन्होंने कहा कि इन चौराहों का नाम आज भी लेने से ऐसे लगता है कि जैसे हम गुलामी की जिंदगी जी रहे हैं. उन्हें इन नामों के लेने से गुलामी झलकती है. इसलिए उन्होंने कार्यकारिणी की बैठक में इन चौराहों का नाम बदलने का निर्णय लिया गया है.



उर्सला अस्पताल में है गुलामी का प्रतीक

महापौर प्रमिला पांडे ने कहा कि उर्सला अस्पताल जाने पर उन्हें एक अंग्रेज की पत्नी की एक मूर्ति देखने को मिलती है. जिसे देखकर आज भी ऐसा लगता है कि कहीं ना कहीं अंग्रेजी हुकूमत आज भी जिंदा है. उन्होंने कहा कि अगर उस मूर्ति को हटाकर अंबेडकर की मूर्ति लगा दें या फिर जिन्होंने हमारे देश की आजादी में अपना बलिदान दिया है उनकी प्रतिमा लगा दें, तो कितना अच्छा होगा. इससे कहीं न कहीं जो लोग अस्पताल में आते हैं. उन्हें भी हमारे देश की आजादी में बलिदान देने वाले लोगों की प्रतिमा देखने को मिल सकेगी.


महापुरुषों के नाम पर रखे जाएंगे चौराहों के नाम
महापौर प्रमिला पांडे ने कहा कि अगर देश के किसी भी जिले में जाएंगे तो आपको एक रोड सबसे ज्यादा चर्चा में सुनने और देखने को मिलेगा. उसका नाह लाटूश रोड है. यह नाम इसलिए ज्यादा चर्चित है क्योंकि अंग्रेजों के समय में जो जनरल होते थे. उनके नाम से इन चौराहों के नामों को रखा जाता था. इसलिए इस बार वह इस कलंक को हमेशा के लिए खत्म कर देंगी. इसलिए जल्द ही इन चौराहों का नाम बदला जाएगा. इसके बाद इन चौराहों का देश के महापुरुषों के नाम से जाना जाएगा. यह सभी प्रस्ताव कार्यकारिणी की बैठक में पास होंगे. उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय अक्ष्यक्ष सत्यपाल जी के द्वारा जिन 3 चौराहों के बदलाव का प्रस्ताव दिया गया था. उनके नाम बदल दिए गए हैं. जिसमें शहर का सबसे चर्चित चौराहा बड़ा चौराहा शामिल है.



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महापौर प्रमिला पांडे बोली.

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प्रमुख चौराहों के नाम बदले जाएंगे
महापौर प्रमिला पांडे ने ईटीवी भारत को बताया कि एक दौर था, जब देश गुलामी की जिंदगी जी रहा था और अंग्रेज पूरे देश में राज कर रहे थे. उन्हीं के शासन काल में कानपुर के कई चौराहों का नामकरण किया गया था. इसलिए अंग्रेजों ने अपने अधिकारियों के नाम पर इन प्रमुख चौराहों को कर दिया था. इन प्रमुख चौराहों मेस्टन रोड, लाटूश रोड, कलेक्टर गंज जैसे कई चर्चित चौराहा शामिल हैं. उन्होंने कहा कि इन चौराहों का नाम आज भी लेने से ऐसे लगता है कि जैसे हम गुलामी की जिंदगी जी रहे हैं. उन्हें इन नामों के लेने से गुलामी झलकती है. इसलिए उन्होंने कार्यकारिणी की बैठक में इन चौराहों का नाम बदलने का निर्णय लिया गया है.



उर्सला अस्पताल में है गुलामी का प्रतीक

महापौर प्रमिला पांडे ने कहा कि उर्सला अस्पताल जाने पर उन्हें एक अंग्रेज की पत्नी की एक मूर्ति देखने को मिलती है. जिसे देखकर आज भी ऐसा लगता है कि कहीं ना कहीं अंग्रेजी हुकूमत आज भी जिंदा है. उन्होंने कहा कि अगर उस मूर्ति को हटाकर अंबेडकर की मूर्ति लगा दें या फिर जिन्होंने हमारे देश की आजादी में अपना बलिदान दिया है उनकी प्रतिमा लगा दें, तो कितना अच्छा होगा. इससे कहीं न कहीं जो लोग अस्पताल में आते हैं. उन्हें भी हमारे देश की आजादी में बलिदान देने वाले लोगों की प्रतिमा देखने को मिल सकेगी.


महापुरुषों के नाम पर रखे जाएंगे चौराहों के नाम
महापौर प्रमिला पांडे ने कहा कि अगर देश के किसी भी जिले में जाएंगे तो आपको एक रोड सबसे ज्यादा चर्चा में सुनने और देखने को मिलेगा. उसका नाह लाटूश रोड है. यह नाम इसलिए ज्यादा चर्चित है क्योंकि अंग्रेजों के समय में जो जनरल होते थे. उनके नाम से इन चौराहों के नामों को रखा जाता था. इसलिए इस बार वह इस कलंक को हमेशा के लिए खत्म कर देंगी. इसलिए जल्द ही इन चौराहों का नाम बदला जाएगा. इसके बाद इन चौराहों का देश के महापुरुषों के नाम से जाना जाएगा. यह सभी प्रस्ताव कार्यकारिणी की बैठक में पास होंगे. उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय अक्ष्यक्ष सत्यपाल जी के द्वारा जिन 3 चौराहों के बदलाव का प्रस्ताव दिया गया था. उनके नाम बदल दिए गए हैं. जिसमें शहर का सबसे चर्चित चौराहा बड़ा चौराहा शामिल है.



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