कानपुरः जिले में 3 जून को हुई हिंसा में एसआईटी टीम लगातार जांच में जुटी हुई है. इस हिंसा के आरोपी मुख्तार बाबा का कारनामा सामने आया है. मुख्तार बाबा ने कोलकाता में चमड़े का कारोबार शुरू किया. वहीं, कई अन्य जगहों पर भी शत्रु संपत्तिया बनाईं. यही नहीं मुख्तार बाबा का कानपुर में भी 50 से अधिक पाक नागरिकों से जुड़ी संपत्तियों में दखल है. ऐसी कई अवैध कमाई से बनाई हुई शत्रु संपत्तियों से ही उसने अपना कारोबार खड़ा किया. इसी की बदौलत वह करोड़पति बन गया.
शहर के परेड चौराहा में बीते 3 जून हुए बवाल के मामले में मुख्य आरोपी जफर हयात हाशमी को तो पुलिस ने गिरफ्तार किया ही था. उसके साथ मदद और फंडिंग देने वाले मुख्तार बाबा भी जेल भेज गया था. साधारण सा दिखने वाला मुख्तार बाबा करोड़ों की संपत्ति का मालिक है.
पुलिस अफसरों की आंखों में धूल झोंकते हुए मुख्तार बाबा शत्रु संपत्ति की जमीनों को बेचता रहा और प्रशासनिक अफसर हाथ पर हाथ रखे बैठे रहे. ये सारी बातें तब सामने आई जब स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम ने मुख्तार बाबा से पूछताछ शुरू की.
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पूछताछ के दौरान ही मुख्तार बाबा ने बताया कि उसने किस तरीके से शत्रु संपत्ति को पहले कब्जा लिया. इसके बाद उन्हें बेच दिया. अब पुलिस लगातार मुख्तार बाबा और बीते 3 जून को हुई हिंसा के मुख्य आरोपी जफर हयात हाशमी के खिलाफ कई अन्य गंभीर धाराओं में कार्रवाई करने की तैयारी कर रही है. हालांकि पुलिस प्रशासन लगातार इतने मजबूत तरीके से साक्ष्य जुटाना चाहता है, ताकि न्यायालय की तरफ से इन आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई हो सके.
इस पूरे मामले में पुलिस आयुक्त विजय सिंह मीणा का कहना है कि हम इन आरोपियों के खिलाफ सबूत जुटा रहे हैं. ताकि किसी भी तरीके से हमें कोई कदम पीछे ना हटाने पडे़.
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