कानपुर: अगर किसी से बिजली को लेकर कोई बात की जाए तो बिना देरी के आमजन या तो केस्को अफसरों को कोसने लगते हैं या उनकी सुविधाओं को लेकर खामियां गिनाने से पीछे नहीं हटते. फाल्ट और अघोषित बिजली कटौती तो शहर में आम समस्या बन चुकी है. केस्को के टि्वटर समेत अन्य सोशल मीडिया एकाउंट्स पर समस्याओं का अंबार सा नजर आता है. हालांकि हैरानी वाली बात यह है कि इतनी परेशानियों के बावजूद भी केस्को को भारत सरकार द्वारा ISO-90001 (2015) से सम्मानित किया गया है. यह अवॉर्ड इसलिए दिया गया है, क्योंकि केस्को शहर के पंजीकृत 6 लाख से अधिक उपभोक्ताओं को सुविधाएं दे रहा है, वह भी अंतरराष्ट्रीय स्तर की.
स्काडा सिस्टम लागू होने के बाद चुटकियों में होगा समस्या का समाधान: वहीं, बात की जाए तो केस्को अपने उपभोक्ताओं के लिए हाल ही में कई ऐसी और टेक्नोलॉजी भी लेकर आया है. जिससे उनकी समस्याओं का जल्द से जल्द समाधान किया जा सके. हाल ही में केस्को ने स्काडा की सर्विस को भी उपभोक्ताओं के लिए शुरू करने का फैसला किया है. इसकी खास बात यह होगी कि अब डिजिटल तरीके से शार्ट सर्किट व किसी भी फॉल्ट संबंधी दिक्कत का समाधान चुटकियों में किया जा सकेगा. इस सिस्टम को आईआईटी कानपुर के विशेषज्ञों की मदद से आईआईटी कानपुर के परिसर में तैयार किया गया है. यहां से शहर के सभी सबस्टेशनों की गतिविधियों को कर्मचारी ऑनलाइन देख सकेंगे और उपभोक्ताओं द्वारा दर्ज शिकायत का समय से निस्तारण हो सकेगा.
ईटीवी भारत से विशेष बातचीत में केस्को एमडी अनिल ढींगरा ने बताया कि 'यह हमारे लिए गौरव की बात है कि केस्को को भारत सरकार द्वारा ISO-9001 (2015) अवार्ड दिया गया है. हम जो यहां पर काम कर रहे हैं और उस काम की जो विशेषता है वह इंटरनेशनल लेवल पर है. जिसकी वजह से हमें यह सर्टिफिकेट दिया गया है. यह सर्टिफिकेट अभी केस्को के सरकारी विभाग को ही मिला है. बाकी अन्य दो प्राइवेट केस्को संस्थानों को भी यह सर्टिफिकेट मिल चुका है.'
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