कानपुर: कानपुर हिंसा के मास्टरमाइंड हयात जफर हाशमी के मोबाइल में पुलिस को जांच के दौरान 141 वाट्सएप ग्रुुप मिले हैं. हर किसी ग्रुुप में हुई चैट से यह बात सामने आई है कि हयात ने तीन जून को बाजार बंदी का संदेश वायरल किया था. इतना ही नहीं, पथराव और बवाल होने के बाद कई ग्रुपों पर घटना से जुड़े वीडियो वायरल किए गए थे. शहर के अलग-अलग क्षेत्रों से एमएमए जौहर फैंस एसोसिएशन व अन्य संगठनों के पदाधिकारियों को बुलाया गया था. वहीं, स्थानीय पुलिस के साथ-साथ एटीएस ने भी मामले की जांच शुरू कर दी है.
इन वाट्सएप ग्रुप में हिंसा का पल-पल का अपडेट दिया जा रहा था. कोई वीडियो डाल रहा था तो कोई फोटो. यहीं नहीं ग्रुप पर लगातार बाजार बंदी का आह्वान किया जा रहा था. इसीलिए पुलिस ने हयात जफर हाशमी के इन सभी वाट्सएप ग्रुपों को साक्ष्य के तौर पर जांच में शामिल किया है.
वाट्सएप ग्रुप में कई हिंसा की फोटो डाली गईं. यहीं नहीं जब बाजार बंद होना शुरू हुआ तो उसका भी अपडेट ग्रुप में डाला गया. उसके बाद जब हयात जफर हाशमी को इसका आरोपी ठहराया गया को इस संबंध में भी कई पोस्ट ग्रुप में डाले गए. हयात जफर इस ग्रुप में लगातार प्रतिक्रिया भी दे रहा था.
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वाट्सएप ग्रुप में हयात जफर हाशमी की पत्नी भी बाजार बंदी से लेकर हिंसा तक की कई फोटो डाल रही थी. उसने कई मैसेज भी डाले. पुलिस की मानें तो हयात जफर की पत्नी वाट्सएप ग्रुप की एडमिन है. पुलिस ग्रुप के एक-एक संदेश के बारे में जांच कर रही है. साथ ही यह भी खंगाल रही है कि ग्रुप से कौन-कौन लोग जुड़े हैं. पुलिस का कहना है कि सारे तथ्य जुटाने के बाद कार्रवाई की जाएगी.
हयात जफर ने हिंसा के दिन कई नामचीन लोगों से की बात
हिंसा वाले दिन हयात जफर हाशमी ने शहर की कई नामी लोगों से बात की. इसका खुलासा हयात जफर के मोबाइल नंबर की सीडीआर से हुआ. इसलिए इन लोगों की भी भूमिका संदिग्ध मानी जा रही है. ये लोग हिंसा में सामने नहीं आए थे.
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