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Kanpur Shikh Riot: सिख दंगा मामले में SIT ने 4 आरोपियों को किया गिरफ्तार - सिख दंगे के 4 आरोपी गिरफ्तार

चर्चित घटनाओं में शुमार 1984 सिख दंगा मामले में SIT ने मंगलवार को 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. SIT इससे पहले 15 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है.

सिख दंगा मामले में SIT ने 4 आरोपियों को किया गिरफ्तार
सिख दंगा मामले में SIT ने 4 आरोपियों को किया गिरफ्तार
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Published : Jul 12, 2022, 7:00 PM IST

कानपुर : चर्चित घटनाओं में शुमार 1984 सिख दंगा मामले में स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम (एसआईटी) की कार्रवाई जारी है. इस मामले में मंगलवार को एसआईटी ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. यह जानकारी एसआईटी के डीआईजी बालेन्दू भूषण सिंह दी है. डीआईजी बालेन्दू भूषण ने बताया कि 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. इनमें नौबस्ता निवासी राजन लाल पांडेय, बर्रा निवासी दीपक, किदवई नगर निवासी धीरेन्द्र तिवारी और दबौली निवासी कैलाश पाल शामिल हैं. सभी आरोपियों की उम्र 70 साल से अधिक है. इनमें कैलाश पाल 4 मुकदमों में वांछित था.

जानकारी देते डीआईजी बालेन्दू भूषण

ये है मामला :
वर्ष 1984 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद हुए दंगों में कानपुर शहर में 127 सिखों की हत्या कर दी गई थी. इसमें गोविंदनगर के दबौली में एक ही परिवार के 7 लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया था. इसके अलावा शहर के नौबस्ता थाना क्षेत्र के के-ब्लॉक किदवईनगर में दो लोगों की हत्या कर दी गई थी.

कानपुर में जब 1984 में दंगा हुआ था तो किदवई नगर, बर्रा, निराला नगर, गोविंद नगर समेत अन्य क्षेत्रों के तमाम सिख परिवारों पर अत्याचार हुआ था. इस मामले में लगभग 1000 से अधिक मुकदमें दर्ज किए गए थे. जिनमें 40 मामलों को गंभीर माना गया था. इस पूरे मामले में एसआईटी ने कुल 96 लोगों को आरोपी बनाया था, जिसमें से 22 आरोपियों की मौत हो चुकी है. एसआईटी अब तक इस मामले में कुल 19 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है.

इसे पढ़ें- 1984 कानपुर सिख दंगा: SIT ने 2 और लोगों को किया गिरफ्तार

कानपुर : चर्चित घटनाओं में शुमार 1984 सिख दंगा मामले में स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम (एसआईटी) की कार्रवाई जारी है. इस मामले में मंगलवार को एसआईटी ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. यह जानकारी एसआईटी के डीआईजी बालेन्दू भूषण सिंह दी है. डीआईजी बालेन्दू भूषण ने बताया कि 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. इनमें नौबस्ता निवासी राजन लाल पांडेय, बर्रा निवासी दीपक, किदवई नगर निवासी धीरेन्द्र तिवारी और दबौली निवासी कैलाश पाल शामिल हैं. सभी आरोपियों की उम्र 70 साल से अधिक है. इनमें कैलाश पाल 4 मुकदमों में वांछित था.

जानकारी देते डीआईजी बालेन्दू भूषण

ये है मामला :
वर्ष 1984 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद हुए दंगों में कानपुर शहर में 127 सिखों की हत्या कर दी गई थी. इसमें गोविंदनगर के दबौली में एक ही परिवार के 7 लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया था. इसके अलावा शहर के नौबस्ता थाना क्षेत्र के के-ब्लॉक किदवईनगर में दो लोगों की हत्या कर दी गई थी.

कानपुर में जब 1984 में दंगा हुआ था तो किदवई नगर, बर्रा, निराला नगर, गोविंद नगर समेत अन्य क्षेत्रों के तमाम सिख परिवारों पर अत्याचार हुआ था. इस मामले में लगभग 1000 से अधिक मुकदमें दर्ज किए गए थे. जिनमें 40 मामलों को गंभीर माना गया था. इस पूरे मामले में एसआईटी ने कुल 96 लोगों को आरोपी बनाया था, जिसमें से 22 आरोपियों की मौत हो चुकी है. एसआईटी अब तक इस मामले में कुल 19 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है.

इसे पढ़ें- 1984 कानपुर सिख दंगा: SIT ने 2 और लोगों को किया गिरफ्तार

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