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PM Modi के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल कानपुर की 93 किलोमीटर लंबी रिंग रोड का जल्द होगा निर्माण - कानपुर रिंग रोड मैप

पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल कानपुर की 93 किलोमीटर लंबी रिंग रोड (kanpur ring road project) जल्द बनेगी. सड़क परिवहन मंत्रालय से प्रोजेक्ट को स्वीकृति मिलने के बाद सीएम ने भी हरी झंडी दिखा दी है.

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कमिश्नर डा.राजशेखर
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Published : Oct 3, 2022, 8:20 PM IST

कानपुर: शहर के सभी प्रशासनिक अफसरों को यह बात बेहतर ढंग से मालूम थी, कि शहर की सबसे अहम समस्या यहां की सड़कों पर घंटों लगने वाला जाम है. जब यह बात दिल्ली तक पहुंची और जाम के कारण तलाशे गए, तो सामने आया कि शहर में रिंग रोड (ring road kanpur) बनने से यह समस्या समाप्त हो जाएगी. सभी भारी वाहन रिंग रोड से गुजरकर शहर के बाहरी क्षेत्रों से निकल जाएंगे. इससे शहर के अंदर लगने वाले जाम से काफी हद तक निजात मिल जाएगी.

ऐसे में जब इस रिंग रोड प्रोजेक्ट (kanpur ring road project) की फाइल पीएम मोदी के सामने पहुंची तो उन्होंने अपने इस ड्रीम प्रोजेक्ट की स्वीकृति दे दी. फिर क्या था, पीएम के बाद सड़क परिवहन मंत्रालय ने प्रोजेक्ट को ओके किया और फिर सीएम योगी ने हरी झंडी दिखा दी. शहर में अब जल्द 93 किलोमीटर रिंग रोड बनेगी. इस रोड में कुछ हिस्सा शहर का होगा, तो कुछ कानपुर देहात और कुछ हद तक उन्नाव तक यह रोड जाएगी. इस प्रोजेक्ट को पूरा करने में करीब 10 हजार करोड़ रुपये का खर्च होगा.

रिंग रोड के बारे में जानकारी देते कमिश्नर डा.राजशेखर
इस मामले पर बात करते हुए कानपुर के कमिश्नर डॉ.राजशेखर ने बताया कि रिंग रोड प्रोजेक्ट की चर्चा करीब सात सालों पहले शुरू हो गई थी. हालांकि, लगभग एक साल पहले इस प्रोजेक्ट पर बहुत तेजी से काम हुआ. उन्होंने कहा कि जब रिंग रोड बन जाएगी तो शहर में जाम की समस्या पूरी तरह से खत्म हो जाएगी. वहीं कानपुर का चहुमुखी विकास भी होगा.

25 सितंबर को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी शहर आए थे. तब एयरपोर्ट पर भाजपा सांसद सत्यदेव पचौरी ने उनसे रिंग रोड प्रोजेक्ट पर विस्तार से चर्चा की थी. केंद्रीय मंत्री ने तभी कह दिया था कि इस रोड का काम बहुत तेजी से कराएंगे.

यह भी पढ़ें: आउटर रिंग रोड के कार्य में धीमी प्रगति के कारण कंपनियों को डीएम ने लगाई फटकार, कहा जारी की जाए नोटिस

कानपुर: शहर के सभी प्रशासनिक अफसरों को यह बात बेहतर ढंग से मालूम थी, कि शहर की सबसे अहम समस्या यहां की सड़कों पर घंटों लगने वाला जाम है. जब यह बात दिल्ली तक पहुंची और जाम के कारण तलाशे गए, तो सामने आया कि शहर में रिंग रोड (ring road kanpur) बनने से यह समस्या समाप्त हो जाएगी. सभी भारी वाहन रिंग रोड से गुजरकर शहर के बाहरी क्षेत्रों से निकल जाएंगे. इससे शहर के अंदर लगने वाले जाम से काफी हद तक निजात मिल जाएगी.

ऐसे में जब इस रिंग रोड प्रोजेक्ट (kanpur ring road project) की फाइल पीएम मोदी के सामने पहुंची तो उन्होंने अपने इस ड्रीम प्रोजेक्ट की स्वीकृति दे दी. फिर क्या था, पीएम के बाद सड़क परिवहन मंत्रालय ने प्रोजेक्ट को ओके किया और फिर सीएम योगी ने हरी झंडी दिखा दी. शहर में अब जल्द 93 किलोमीटर रिंग रोड बनेगी. इस रोड में कुछ हिस्सा शहर का होगा, तो कुछ कानपुर देहात और कुछ हद तक उन्नाव तक यह रोड जाएगी. इस प्रोजेक्ट को पूरा करने में करीब 10 हजार करोड़ रुपये का खर्च होगा.

रिंग रोड के बारे में जानकारी देते कमिश्नर डा.राजशेखर
इस मामले पर बात करते हुए कानपुर के कमिश्नर डॉ.राजशेखर ने बताया कि रिंग रोड प्रोजेक्ट की चर्चा करीब सात सालों पहले शुरू हो गई थी. हालांकि, लगभग एक साल पहले इस प्रोजेक्ट पर बहुत तेजी से काम हुआ. उन्होंने कहा कि जब रिंग रोड बन जाएगी तो शहर में जाम की समस्या पूरी तरह से खत्म हो जाएगी. वहीं कानपुर का चहुमुखी विकास भी होगा.

25 सितंबर को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी शहर आए थे. तब एयरपोर्ट पर भाजपा सांसद सत्यदेव पचौरी ने उनसे रिंग रोड प्रोजेक्ट पर विस्तार से चर्चा की थी. केंद्रीय मंत्री ने तभी कह दिया था कि इस रोड का काम बहुत तेजी से कराएंगे.

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