कानपुर: शहर के सभी प्रशासनिक अफसरों को यह बात बेहतर ढंग से मालूम थी, कि शहर की सबसे अहम समस्या यहां की सड़कों पर घंटों लगने वाला जाम है. जब यह बात दिल्ली तक पहुंची और जाम के कारण तलाशे गए, तो सामने आया कि शहर में रिंग रोड (ring road kanpur) बनने से यह समस्या समाप्त हो जाएगी. सभी भारी वाहन रिंग रोड से गुजरकर शहर के बाहरी क्षेत्रों से निकल जाएंगे. इससे शहर के अंदर लगने वाले जाम से काफी हद तक निजात मिल जाएगी.
ऐसे में जब इस रिंग रोड प्रोजेक्ट (kanpur ring road project) की फाइल पीएम मोदी के सामने पहुंची तो उन्होंने अपने इस ड्रीम प्रोजेक्ट की स्वीकृति दे दी. फिर क्या था, पीएम के बाद सड़क परिवहन मंत्रालय ने प्रोजेक्ट को ओके किया और फिर सीएम योगी ने हरी झंडी दिखा दी. शहर में अब जल्द 93 किलोमीटर रिंग रोड बनेगी. इस रोड में कुछ हिस्सा शहर का होगा, तो कुछ कानपुर देहात और कुछ हद तक उन्नाव तक यह रोड जाएगी. इस प्रोजेक्ट को पूरा करने में करीब 10 हजार करोड़ रुपये का खर्च होगा.
25 सितंबर को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी शहर आए थे. तब एयरपोर्ट पर भाजपा सांसद सत्यदेव पचौरी ने उनसे रिंग रोड प्रोजेक्ट पर विस्तार से चर्चा की थी. केंद्रीय मंत्री ने तभी कह दिया था कि इस रोड का काम बहुत तेजी से कराएंगे.
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