कानपुर : जनपद में दीवाली पर बिके 165 करोड़ के पटाखों ने शहर की आबोहवा को प्रदूषित कर दिया है. पर्यावरण में इतना जहर घुल गया कि शहर का एक्यूआई 6 से 10 गुना अधिक हो गई. रात ग्यारह बजे से लेकर सुबह तक वायुमंडल में दूषित गैसों की धुंध सी छा गई. दीपावली से पहले कानपुर के प्रदूषण स्तर में रिकॉर्ड बढ़ोतरी देखने को मिल रही है.
धुआं-धुआं हुआ शहर
हल्की ठंड के बीच आतिशबाजी और पटाखों ने फिजा का रंग काला कर दिया. हवा में हानिकारक गैसों की मात्रा मानक से कई गुना अधिक हो गई है. रविवार को दीपावाली पर फोड़े गए पटाखों की वजह से जनपद का माहौल दूषित हो गया है. कानपुर स्मार्ट सिटी के अंतर्गत प्रमुख सड़कों पर लगे प्रदूषण मापक यंत्रो में हवा की खतरनाक स्थिति दिखाई दी. केंद्रीय प्रदूषण बोर्ड द्धारा (सीपीसीबी) मॉनिटरिंग डाटा जारी हुआ, जिसमे एयर क्वालिटी इंडेक्स 600 एक्यूआई तक पहुंच गया है.
महानगर के लोगों का मानना है कि केवल पटाखों पर रोक लगाने से वायू प्रदूषण कंट्रोल नहीं किया जा सकता है. नगर निगम समेत आम नागरिकों को भी इसमें अपना सहयोग देने की जरुरत है.