कानपुरः घाटमपुर थाना क्षेत्र के एक गांव में बीते दिनों दिवाली की रात में मासूम के साथ हुई हैवानियत के चलते लोगों में आक्रोश है. इस घटना के चलते पुलिस ने सख्त कार्रवाई करते हुए नरपिशाच बने निःसंतान दंपति समेत चार लोगों को जेल भेज दिया था. ऐसी वारदातों को रोकने के लिए डीआईजी कानपुर ने चिह्नित कर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए. उन्होंने बताया कि लोगों को जागरूक करने के लिए पुलिस अभियान चलाकर लोगों को जागरूक करेगी.
तंत्र-मंत्र करने वालों पर पुलिस का शिकंजा
डीआईजी डॉ. प्रीतिंदर सिंह ने बताया कि निःसंतान दंपति द्वारा मासूम की निर्मम हत्या के साथ तंत्र-मंत्र की बात सामने आ रही थी. इस पर कानपुर नगर और कानपुर देहात में तंत्र-मंत्र की पूजा करने वालों की सूची बनाई जा रही है. ऐसे लोगों के ऊपर सख्त कार्रवाई के लिए पुलिस को निर्देशित किया गया है. शहरी और ग्रामीण इलाकों में पुलिस की टीम गठित कर लोगों को जागरूक करने का अभियान चलाया जाएगा.
लालच देने वालों पर होगी कार्रवाई
डीआईजी ने बताया कि कोई व्यक्ति पूजा कर सकता है, लेकिन किसी भी प्रकार की लालच देकर गलत काम के लिए उकसा नहीं सकता. ऐसा करने वालों पर पुलिस कार्रवाई करेगी.
इस वजह से बने नरपिशाच
पुलिस ने वारदात का खुलासा कर बताया था कि मृतक बच्ची के पड़ोस में रहने वाले परशुराम की सन 1999 में शादी हुई थी. इसके बाद से उसके बच्चे नहीं हुए थे. इसी के चलते किसी तांत्रिक के चक्कर में पड़ते हुए परशुराम ने अपने दो भतीजों को बच्ची की हत्या करने के लिए रुपये दे दिए. इसके बाद दोनों युवकों ने बच्ची के साथ दुष्कर्म का प्रयास करते हुए मासूम बच्ची की हत्या कर दी और उसके आर्गन्स परशुराम को दे दिए. पुलिस ने चारों आरोपियों को सलाखों के पीछे भेज दिया है.
इस तरह से हुई थी मासूम की निर्मम हत्या
घाटमपुर इलाके के एक गांव में 6 वर्षीय मासूम को गांव के ही दो युवक पटाखे दिलाने के नाम पर ले गए थे. आरोपी युवकों ने मासूम की हत्या कर उसके अंगों को धारदार हथियार से निकाल लिया. इतना ही नहीं, तंत्र-मंत्र के चलते इस वारदात े मास्टरमाइंड निःसंतान दंपति ने हैवानियत की सभी हदों को पार करते हुए शराब से धोकर बच्ची का जिगर कच्चा खा लिया था. नरपिशाच बने दंपति ने एक किताब में पढ़ा था कि इससे उन्हें संतान की प्राप्ति होगी.