कानपुर: शहर में पुलिस कमिश्नरेट (Kanpur Police Commissionerate) की व्यवस्था पिछले कई सालों से लागू है. अब इसी पुलिस कमिश्नरेट की ओर से एक बड़ा फैसला करते हुए पहली बार आतंकवाद व हिंसक घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए स्पेशल सेल बनाई गई है. फिलहाल सेल में एक इंस्पेक्टर व चार अन्य सहयोगी रखे गए हैं. सेल के जिम्मे शहर का बड़ा टास्क भी होगा. यानि, कोई बड़ी घटना या हादसा होता है तो उसका खुलासा करना स्पेशल सेल की जिम्मेदारी होगी.
दरअसल, शहर में पिछले कुछ समय से परेड हिंसा समेत हत्याओं के कई मामले पुलिस के सामने आए हैं. पुलिस ने कुछ मामलों का खुलासा किया तो कई मामले ऐसे हैं. जिनकी गुत्थी अभी नहीं सुलझ सकी है. अब कानपुर पुलिस कमिश्नरेट की नई व्यवस्था के तहत स्पेशल सेल के कर्मी उन घटनाओं का भी खुलासा करेंगे.
अवैध नागरिकों की पहचान, प्रतिबंधित संगठनों की गतिविधियों पर नजर
पुलिस आयुक्त बीपी जोगदंड (Police Commissioner BP Jogdand) ने बताया कि स्पेशल सेल के पुलिस अफसर व कर्मी अवैध नागरिकों की पहचान करेंगे. प्रतिबंधित संगठनों की गतिविधियों पर नजर रखेंगे. विशेष शाखा के सदस्य केंद्रीय व राज्य स्तर की विशेषज्ञ संस्थाओं के साथ समन्वय रखेगी. शहर में पीएफआइ के सदस्य भी कई सालों से सक्रिय रहे हैं. इसके अलावा, कुछ दिनों पहले ही एक आतंकवादी को भी गिरफ्तार किया गया था. दावत-ए-इस्लामी जैसे संगठनों के सदस्यों की भी गतिविधियां पुलिस के सामने आई हैं. ऐसे में अब स्पेशल सेल इन पर अंकुश लगाने के लिए कवायद करेगी.
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पुलिस कमिश्नरेट की ओर से पहली बार स्पेशल सेल का गठन इसलिए किया गया है कि शहर में बढ़ते अपराध पर लगाम लगाया जा सके. विशेष शाखा के सदस्य गैर कानूनी गतिविधयों के रोकथाम अधिनियम 1967 तथा संशोधित अधिनियम 2019 के अधीन मामलों में प्रभावी कार्यवाही करेगी.
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