कानपुर : शहर के उत्तर और दक्षिण में कई निजी मॉल ऐसे हैं जहां अच्छी संख्या में रोजाना लोगों का आना-जाना होता है. इन मॉल की अपनी अलग ही पहचान है. शहर के उत्तर में जो मॉल बना है, नगर निगम के अफसर उससे तो नियमानुसार गृहकर समेत अन्य करों की वसूली करते हैं, लेकिन शहर के दक्षिण क्षेत्र के मॉल से गृहकर समेत अन्य करों की वसूली में नगर निगम के अफसर खेल कर रहे हैं. इस बात का आरोप लगाते हुए भाजपा विधायक सुरेंद्र मैथानी ने माल की जांच के लिए नगर आयुक्त को पत्र लिखा है.
विधायक ने पत्र में इस बात का जिक्र भी किया है कि क्षेत्रीय लोगों ने उनसे अक्सर ही यह शिकायत की कि माल के एक हिस्से में अनाधिकृत रूप से शराब की दुकानें खोली गईं हैं. यहां दिनभर शराब पीने वालों का तांता लगा रहता है. विधायक ने पत्र में यह भी लिखा है कि अनाधिकृत निर्माण होने के चलते ही शहर में कुछ दिनों पहले एक बड़ा अग्निकांड भी हो चुका है. इसलिए जरूरी है कि मॉल की जांच की जाए. जितने एरिया में मॉल बना है. उतने एरिया का गृहकर समेत अन्य कर वसूले जा रहे हैं या नहीं, इसे भी देखा जाए. विधायक के इस पत्र की चर्चा पूरे शहर में जोरों पर है.
कुछ दिनों पहले ही मॉल के मालिक के खिलाफ दर्ज हुआ था मुकदमा : जिस मॉल की जांच के लिए भाजपा विधायक सुरेंद्र मैथानी ने नगर आयुक्त और कमिश्नर को पत्र भेजा है, उसी मॉल के मालिक के खिलाफ कुछ दिनों पहले मुकदमा भी दर्ज हुआ था. हालांकि, उस मामले में अभी तक कानपुर पुलिस कमिश्नरेट के आला अफसर मॉल मालिक को नहीं ढूंढ पाए हैं. अफसरों का कहना है कि लगातार दबिश दी जा रही है, लेकिन परिजन बता रहे हैं मॉल मालिक शहर से बाहर हैं.