कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर में कोरोना वायरस ने एक बार फिर दस्तक दी है. सरकारी आंकड़ों में अभी तक शहर में 15 कोविड के एक्टिव केस सामने आए हैं. मंगलवार को आई रिपोर्ट में दो नए मरीज मिले हैं. हालांकि कोविड से पीड़ित जो मरीज सामने आए हैं वो पूरी तरह से खतरे से बाहर हैं और होम आइसोलेशन पर हैं.
कानपुर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी आलोक रंजन ने बताया कि कोविड के बढ़ते मामले को देखते हुए कांशीराम अस्पताल को कोविड सेंटर घोषित कर दिया गया है. शहर के बस अड्डे और रेलवे स्टेशन पर कोविड की टीमें तैनात कर दी गई हैं. जहां यात्रियों का लगातार टेस्ट किया जा रहा है. कोई भी मरीज सामने आता है तो उन्हें तुरंत आइसोलेट कर इलाज शुरू कर दिया जाता है. शहर के लाला लाजपत राय अस्पताल को भी अलर्ट कर दिया गया है. कानपुर मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य संजय काला ने बताया कि हैलट अस्पताल में भी मेडिकल टीमों को अलर्ट कर दिया गया है. तैयारियां भी पूरी कर ली गई हैं.
अगर कोविड के मामले बढ़ते हैं तो शहर के हैलट अस्पताल पर एक बार फिर बड़ी जिम्मेदारी आ सकती है. हैलट अस्पताल में आईसीयू, वेंटिलेटर जैसी कई सुविधाएं मौजूद हैं. बीते साल कोविड काल में हैलट ने काफी कोविड मरीजों की जान बचाई थी. हैलट को मैटरनिटी विंग कोविड हॉस्पिटल बनाया गया था. जहां अत्यंत गंभीर मरीजों को भर्ती किया जाता था, जिसे एक बार फिर से एक्टिव कर दिया गया है. जहां लगभग 200 बेड़ हैं.
हैलट में न्यूरों साइंस लेवल थ्री कोविड हॉस्पिटल विंग भी है, जिसे फिर से संचालित कर दिया गया है. जहां पर कोविड मरीजों का इलाज किया जा सकेगा. मंगलवार की दोपहर हैलट अस्पताल में कोविड को लेकर एक मॉक ड्रिल भी की गई. इस मॉक ड्रिल में अस्पताल प्रशासन से लेकर प्रशासन के लोग भी शामिल रहे.
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