कानपुर: शहर के पुलिस आला अधिकारी अपनी बेहतर कार्यप्रणाली को लेकर जो बड़े-बड़े दावे करते हैं, वह खोखले और फिसड्डी साबित हुए है. पुलिस कमिश्नर ने जब ट्विटर हैंडल से पुलिस कमिश्नरेट की कार्यप्रणाली को लेकर सर्वे किया तो सर्वे के दौरान शहर के 58 प्रतिशत लोगों ने साधारण कैटेगरी को चुना. यानी, उन्होंने माना कि कमिश्नरेट पुलिस की कार्यप्रणाली साधारण है.
पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर हुए सर्वे में 22 प्रतिशत लोगों ने उत्कृष्ट, तो 10 प्रतिशत ने अतिउत्तम और 10 प्रतिशत ने उत्तम बताया है. इतना ही नहीं, जब खुद पुलिस आयुक्त अखिल कुमार फील्ड पर निकले और उन्होंने आमजन का मन टटोला. इस दौरान उन्हें निराशाजनक प्रतिक्रिया मिली. हालांकि, अब उन्होंने तय किया है कि आमजन में विश्वास और अपराधियों में भय बनाने की दिशा में वह काम करेंगे. जनता को सर्वोपरि रखेते हुए फीडबैक के आधार पर वह फैसले लेंगे.
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ट्रैफिक व्यवस्था की कमान महिला अफसरों के हाथ: पुलिस आयुक्त को कानपुर के लोगों ने बताया कि शहर की अहम समस्या जाम है. इस पर उन्होंने रविवार को दोनों संयुक्त पुलिस आयुक्त समेत अन्य आला अफसरों संग घंटों मंथन किया. इसके बाद फिर तय हुआ कि ट्रैफिक सुधार के लिए अब पूरी कमान महिला अफसरों को दी जाएगी. जिसमें एडीसीपी सेंट्रल जोन आरती सिंह को डीसीपी ट्रैफिक का प्रभार सौंपा गया. वहीं एडीसीपी शिवा सिंह, एडीसीपी अंकिता शर्मा और एसीपी सृष्टि सिंह को भी ट्रैफिक व्यवस्था बेहतर करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है. संयुक्त पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था आनंद प्रकाश तिवारी ने कहा कि वह खुद सीपी के साथ शहर के प्रमुख मार्गों और चौराहों का भ्रमण करेंगे. फिर, नई व्यवस्थाओं को लागू कर शहर का ट्रैफिक सुधार देंगे.
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