कानपुर: सिविल लाइंस स्थित सैकड़ों साल पुराने आनंदेश्वर मंदिर (anandeshwar temple) को अब काशी (Kashi) की तर्ज पर संवारा जाएगा. तीन अलग-अलग चरणों में मंदिर के सुंदरीकरण का काम मिशन स्मार्ट सिटी के तहत पांच से छह माह के अंदर पूरा हो जाएगा. इसे कॉरिडोर का रूप देने के लिए कुल छह करोड़ रुपये खर्च होंगे. गुरुवार को इस मंदिर के कॉरिडोर निर्माण का शिलान्यास सांसद सत्यदेव पचौरी ने किया. इस मौके पर महापौर प्रमिला पांडेय समेत अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद रहे. नगर आयुक्त शिव शरणप्पा जीएन ने बताया कि बहुत जल्द यह काम शुरू होगा.
शहर के बीचोबीच स्थित गंगा किनारे बसे आनंदेश्वर मंदिर को ऐतिहासिक व सिद्ध मंदिर कहा जाता है. यहां रोजाना हजारों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं. वहीं, बात सावन या फिर सोमवार की हो तो यहां मेला जैसा नजारा दिखता है. भगवान शिव के प्रतीक शिवलिंग पर जल, दूध, फूल पत्ती चढ़ाने व एक हाथ से स्पर्श करने के लिए श्रद्धालु घंटों लाइन में लगते हैं. अभी तक मंदिर में प्रवेश के लिए महज एक रास्ता था. हालांकि, अब मंदिर के मेनगेट के बगल से गंगाघाट से होकर मंदिर तक जाने के लिए वैकल्पिक मार्ग बनाया जाएगा.
पहले चरण के काम
- वीआइपी रोड स्थित पेट्रोल पंप से लेकर परमट पुलिस चौकी तक सड़क चौड़ी की जाएगी.
- वाहनों के लिए अलग से पार्किंग स्टैंड बनाया जाएगा, सुलभ काम्प्लेक्स को हटाया जाएगा.
- आसपास का अतिक्रमण हटाया जाएगा.
दूसरा चरण
- मंदिर के मुख्य द्वार से एक नया वैकल्पिक मार्ग बनेगा.
- नमामि गंगे परियोजना के तहत गंगा आरती स्थल व सेल्फी प्वाइंट बनाया जाएगा.
तीसरा चरण
- मंदिर के मुख्य द्वार से मंदिर के मठ तक का प्रवेश मार्ग चौ़ड़ा किया जाएगा और घाट बनाए जाएंगे.
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