कानपुर: रायपुरवा थाना पुलिस की लापरवाही एक पत्रकार पर भारी पड़ गई. पत्रकार की आपराधिक प्रवृत्ति के उसके ही सगे भाई ने घर में गोली मारकर हत्या कर दी और शव कार से उन्नाव जनपद में ले जाकर फेंक दिया. घटना की जानकारी मिलने पर इलाके में तनाव फैल गया. भारी संख्या में स्थानीय लोगों की भीड़ ने थाने का घेराव करते हुए थाना प्रभारी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. हत्या के पीछे की वजह मकान विवाद बताया जा रहा है.
त्योहार के चलते क्षेत्रीय लोगों ने बीच में पड़ कर दोनों को हटा दिया. इसके बाद भी मनोज ने पत्रकार को जान से मारने की धमकी दी. इसको लेकर पत्रकार विजय ने थाने में जान का खतरा बताते हुए तहरीर दी, लेकिन इंस्पेक्टर सुशील कुमार योगी ने एक्शन लेने के बजाय आपसी विवाद बताते हुए मामले को टाल दिया. अपराधी किस्म का मनोज बड़े भाई रतन गुप्ता व साथी मोइनुद्दीन के साथ देर रात करीब तीन बजे आया और विजय को गोली मार दी.
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इसके बाद दोनों ने इलाके में लगे खम्भों की लाइट बंद कर कार में शव को रखकर उन्नाव जनपद के अचलगंज में ले जाकर फेंक दिया. पत्रकार की पत्नी रोली ने परिवारजनों व दोस्तों को मामले से अवगत कराया, जिस पर कुछ लोगों ने जानकारी जुटाई तो मंगलवार को अचलगंज में पत्रकार विजय का शव मिलने का पता चला. मामले की जानकारी मिलते ही भारी संख्या में पत्रकार व क्षेत्रीय लोगों ने रायपुरवा थाना घेर लिया.
वहीं जब मामले की जानकारी एसपी ईस्ट राज कुमार अग्रवाल को हुई तो वह पुलिस बल के साथ थाने पहुंचे. पुलिस ने आरोपी सगे भाई मनोज व उसके साथी मोइनुद्दीन को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस के मुताबिक पूछताछ में हिरासत में लिए गए दोनों आरोपियों ने हत्या की बात कबूल की है.