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कानपुर: विकास दुबे के खजांची जय वाजपेयी को माती कोर्ट से भेजा गया जेल - बिकरू गांव में मुठभेड़

कानपुर मुठभेड़ के मुख्य आरोपी रहे विकास दुबे के खजांची जय वाजपेई को सोमवार माती कोर्ट में पेश किया गया. पुलिस ने जय और उसके एक साथी प्रशांत को गिरफ्तार किया था.

जय बाजपई को माती कोर्ट से भेजा गया जेल
जय बाजपई को माती कोर्ट से भेजा गया जेल
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Published : Jul 20, 2020, 7:51 PM IST

Updated : Jul 20, 2020, 10:21 PM IST

कानपुर: जिले के बिकरू गांव में हुए एनकाउंटर के आरोपी विकास दुबे के खजांची जय वाजपेई को माती कोर्ट से जेल भेज दिया गया. पुलिस ने जय वाजपेई और उसके एक साथी प्रशान्त शुक्ला उर्फ डब्बू को गिरफ्तार किया था. दरअसल जय और डब्बू बीती दो जुलाई को घटना से पहले विकास के फोन करने पर बिकरू गए थे. पुलिस के मुताबिक इन दोनों ने विकास दुबे को दो लाख रुपये और रिवॉल्वर के 25 कारतूस देकर घटना को अंजाम देने में मदद की थी.

जय बाजपेई को माती कोर्ट से भेजा गया जेल.

घटना के दो दिन बाद जय वाजपेई ने आरोपी विकास और उसके गैंग को सुरक्षित स्थान पर भेजने के लिए अपनी तीन लग्जरी गाड़ियां भेजी थीं, लेकिन पुलिस की सक्रियता को देखते हुए काकादेव थाना क्षेत्र में गाड़ियों को लावारिस छोड़ दिया था. जय वाजपेई विकास दुबे का खजांची था, जो विकास की काली कमाई को सफेद करने का काम करता था. यही वजह रही कि पुलिस ने उसको शिकंजे में लिया और कड़ी पूछताछ की, जिसमें कई अहम जानकारियां पुलिस के हाथ लगी हैं.

नजीराबाद थाने की पुलिस ने जय वाजपेई को गिरफ्तार कर चौबेपुर थाने को सौंप दिया था. इसके बाद उसे वहां से माती कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया. जय वाजपेई और प्रशांत के ऊपर 120 बी और सीएलए एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है. उसके ऊपर आपराधिक मुकदमे भी लगाए गए हैं, जो इस हत्याकांड में सभी आरोपियों के ऊपर लगे हैं. पुलिस ने बताया कि जय वाजपेई ने 2 तारीख को अपराधी विकास दुबे को दो लाख रूपये और 25 रिवॉल्वर के कारतूस दिए थे, जिनका इस्तेमाल उस दिन पुलिस से मुठभेड़ में किया गया था.

कानपुर: जिले के बिकरू गांव में हुए एनकाउंटर के आरोपी विकास दुबे के खजांची जय वाजपेई को माती कोर्ट से जेल भेज दिया गया. पुलिस ने जय वाजपेई और उसके एक साथी प्रशान्त शुक्ला उर्फ डब्बू को गिरफ्तार किया था. दरअसल जय और डब्बू बीती दो जुलाई को घटना से पहले विकास के फोन करने पर बिकरू गए थे. पुलिस के मुताबिक इन दोनों ने विकास दुबे को दो लाख रुपये और रिवॉल्वर के 25 कारतूस देकर घटना को अंजाम देने में मदद की थी.

जय बाजपेई को माती कोर्ट से भेजा गया जेल.

घटना के दो दिन बाद जय वाजपेई ने आरोपी विकास और उसके गैंग को सुरक्षित स्थान पर भेजने के लिए अपनी तीन लग्जरी गाड़ियां भेजी थीं, लेकिन पुलिस की सक्रियता को देखते हुए काकादेव थाना क्षेत्र में गाड़ियों को लावारिस छोड़ दिया था. जय वाजपेई विकास दुबे का खजांची था, जो विकास की काली कमाई को सफेद करने का काम करता था. यही वजह रही कि पुलिस ने उसको शिकंजे में लिया और कड़ी पूछताछ की, जिसमें कई अहम जानकारियां पुलिस के हाथ लगी हैं.

नजीराबाद थाने की पुलिस ने जय वाजपेई को गिरफ्तार कर चौबेपुर थाने को सौंप दिया था. इसके बाद उसे वहां से माती कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया. जय वाजपेई और प्रशांत के ऊपर 120 बी और सीएलए एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है. उसके ऊपर आपराधिक मुकदमे भी लगाए गए हैं, जो इस हत्याकांड में सभी आरोपियों के ऊपर लगे हैं. पुलिस ने बताया कि जय वाजपेई ने 2 तारीख को अपराधी विकास दुबे को दो लाख रूपये और 25 रिवॉल्वर के कारतूस दिए थे, जिनका इस्तेमाल उस दिन पुलिस से मुठभेड़ में किया गया था.

Last Updated : Jul 20, 2020, 10:21 PM IST
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