ETV Bharat / state

छोड़िये गूगल करना, अब स्वदेश सर्च पर मिलेगी हर जानकारी

कानपुर विश्वविद्यालय की इन्क्यूबेटेड कंपनी ने एक ऐसा स्वदेशी सर्च इंजन बनाकर तैयार किया है, जहां उपभोक्ताओं को बेहतर डाउनलोड व अपलोड की सुविधा प्राप्त हो सकेगी. आइए जानते है इस स्वदेशी सर्च इंजन के बारे में...

Etv Bharat
Etv Bharat
author img

By

Published : Oct 17, 2022, 10:38 PM IST

कानपुर: इंटरनेट के इस दौर में आप सभी सर्च इंजन से वाकिफ जरूर होंगे जिनके द्वारा हम इंटरनेट पर मौजूद जानकारी को खोज सकते हैं. बात की जाए अगर सबसे अधिक यूज किए जाने वाले सर्च इंजन की, तो गूगल (google search engine) विश्व में सबसे अधिक यूज किया जाने वाला सर्च इंजन है. मौजूदा समय में चीन और रूस जैसे देश हालांकि स्वदेशी सर्च इंजन (indigenous search engine) का प्रयोग करते हैं और भारत में भी अभी तक कई तरीके के सर्च इंजन बनाए भी गए हैं लेकिन वह सभी गूगल जितने सफल नहीं हो सके हैं.

कानपुर विश्वविद्यालय की इनक्यूबेटेड कंपनी (Incubated company of Kanpur University) ने भारत सर्च (India search engine) के नाम से एक ऐसा अत्याधुनिक स्वदेशी सर्च इंजन बनाकर तैयार किया है जिसे उपयोग करने वाले उपभोक्ताओं को बेहतर डाउनलोड व अपलोड की सुविधा प्राप्त हो सकेगी.

भारत सर्च इंजन के बारे में जानकारी देते छात्र तुषार त्रिवेदी

ईटीवी भारत से विशेष बातचीत के दौरान कानपुर के रहने वाले तुषार त्रिवेदी ने बताया कि उन्होंने पिछले वर्ष कानपुर विश्वविद्यालय से भूगोल विषय में स्नातक किया हुआ है. और इससे पूर्व तीन वर्ष तक एचबीटीयू से कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग की पढ़ाई भी की हुई है. तुषार का कहना है कि उन्होंने बी.ए. की पढ़ाई करने के दौरान ही प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत के तहत भारत टेक करके अपनी एक कंपनी तैयार की थी ताकि अन्य सर्च इंजन और वेब ब्राउजर के साथ इंटरनेट की इस दुनिया में लोगों को एक नया भारतीय सर्च इंजन का विकल्प दिया जा सके. इसके लिए उन्होंने 2 वर्ष मेहनत करने के बाद एक स्वदेशी सर्ज इंजन बनाकर तैयार किया और उनका दावा है कि यह सर्च इंजन लोगों के बीच जल्द ही उपलब्ध होगा और यूजर इसका जल्द से जल्द फायदा भी उठा सकेंगे.

तुषार ने बताया कि उन्होंने हाल ही में भारत-टेक डॉट कॉम करके अपनी एक वेबसाइट भी लांच की है. जिस पर कोई भी रजिस्ट्रेशन करके इस कंपनी से जुड़ सकता है. साथ ही जब यह सर्च इंजन लॉन्च होगा तो इस कंपनी को आगे बढ़ाने के लिए एक जनशक्ति की जरूरत होगी. और ऐसे में वह उन्हें ही प्राथमिकता देंगे जिन्होंने इस वेबसाइट के माध्यम से रजिस्ट्रेशन कराया होगा.

स्टार्टअप इंडिया और स्टार्ट इन यूपी से भी है पंजीकृत: तुषार का कहना है कि उन्हें इस कंपनी को बनाने और इस सर्च इंजन को विकसित करने के लिए अभी तक अपने पास से ही इसके लिए फंडिंग कर रहे थे.लेकिन अब उनकी यह कम्पनी स्टार्टअप इंडिया और स्टार्ट इन यूपी से पंजीकृत हो गई है. और वही अब इसे लांच करने के लिए उन्हें जो भी धनराशि की जरूरत होगी, वे इस पंजीकृत संस्थान से लेंगे. और बहुत जल्द ही लोगों के बीच गूगल, फेसबुक की तरह ही भारत सर्च इंजन एप्लीकेशन उपलब्ध हो जाएगी.

तुषार के साथ सहयोगी के तौर पर कंपनी में चीफ टेक्नोलॉजी ऑफीसर एकांशु पांचाल और चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर अनुभा यादव के साथ-साथ 25 लोग और इस कंपनी में काम कर रहे है. और यह सभी लोग मिलकर एप्लीकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफेस और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग की तकनीक के आधार पर भारत सर्च इंजन और उसके एप्लीकेशन को सरल बना रहे हैं. वही इस सर्च इंजन के ओपेन होने पर दुनिया भर की खबरें हमें अपने आप मिलनी शुरू हो जाएंगी.

यह भी पढ़ें: कानपुर में दीपावली से पहले घरों में छा सकता अंधेरा, जानें वजह

कानपुर: इंटरनेट के इस दौर में आप सभी सर्च इंजन से वाकिफ जरूर होंगे जिनके द्वारा हम इंटरनेट पर मौजूद जानकारी को खोज सकते हैं. बात की जाए अगर सबसे अधिक यूज किए जाने वाले सर्च इंजन की, तो गूगल (google search engine) विश्व में सबसे अधिक यूज किया जाने वाला सर्च इंजन है. मौजूदा समय में चीन और रूस जैसे देश हालांकि स्वदेशी सर्च इंजन (indigenous search engine) का प्रयोग करते हैं और भारत में भी अभी तक कई तरीके के सर्च इंजन बनाए भी गए हैं लेकिन वह सभी गूगल जितने सफल नहीं हो सके हैं.

कानपुर विश्वविद्यालय की इनक्यूबेटेड कंपनी (Incubated company of Kanpur University) ने भारत सर्च (India search engine) के नाम से एक ऐसा अत्याधुनिक स्वदेशी सर्च इंजन बनाकर तैयार किया है जिसे उपयोग करने वाले उपभोक्ताओं को बेहतर डाउनलोड व अपलोड की सुविधा प्राप्त हो सकेगी.

भारत सर्च इंजन के बारे में जानकारी देते छात्र तुषार त्रिवेदी

ईटीवी भारत से विशेष बातचीत के दौरान कानपुर के रहने वाले तुषार त्रिवेदी ने बताया कि उन्होंने पिछले वर्ष कानपुर विश्वविद्यालय से भूगोल विषय में स्नातक किया हुआ है. और इससे पूर्व तीन वर्ष तक एचबीटीयू से कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग की पढ़ाई भी की हुई है. तुषार का कहना है कि उन्होंने बी.ए. की पढ़ाई करने के दौरान ही प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत के तहत भारत टेक करके अपनी एक कंपनी तैयार की थी ताकि अन्य सर्च इंजन और वेब ब्राउजर के साथ इंटरनेट की इस दुनिया में लोगों को एक नया भारतीय सर्च इंजन का विकल्प दिया जा सके. इसके लिए उन्होंने 2 वर्ष मेहनत करने के बाद एक स्वदेशी सर्ज इंजन बनाकर तैयार किया और उनका दावा है कि यह सर्च इंजन लोगों के बीच जल्द ही उपलब्ध होगा और यूजर इसका जल्द से जल्द फायदा भी उठा सकेंगे.

तुषार ने बताया कि उन्होंने हाल ही में भारत-टेक डॉट कॉम करके अपनी एक वेबसाइट भी लांच की है. जिस पर कोई भी रजिस्ट्रेशन करके इस कंपनी से जुड़ सकता है. साथ ही जब यह सर्च इंजन लॉन्च होगा तो इस कंपनी को आगे बढ़ाने के लिए एक जनशक्ति की जरूरत होगी. और ऐसे में वह उन्हें ही प्राथमिकता देंगे जिन्होंने इस वेबसाइट के माध्यम से रजिस्ट्रेशन कराया होगा.

स्टार्टअप इंडिया और स्टार्ट इन यूपी से भी है पंजीकृत: तुषार का कहना है कि उन्हें इस कंपनी को बनाने और इस सर्च इंजन को विकसित करने के लिए अभी तक अपने पास से ही इसके लिए फंडिंग कर रहे थे.लेकिन अब उनकी यह कम्पनी स्टार्टअप इंडिया और स्टार्ट इन यूपी से पंजीकृत हो गई है. और वही अब इसे लांच करने के लिए उन्हें जो भी धनराशि की जरूरत होगी, वे इस पंजीकृत संस्थान से लेंगे. और बहुत जल्द ही लोगों के बीच गूगल, फेसबुक की तरह ही भारत सर्च इंजन एप्लीकेशन उपलब्ध हो जाएगी.

तुषार के साथ सहयोगी के तौर पर कंपनी में चीफ टेक्नोलॉजी ऑफीसर एकांशु पांचाल और चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर अनुभा यादव के साथ-साथ 25 लोग और इस कंपनी में काम कर रहे है. और यह सभी लोग मिलकर एप्लीकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफेस और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग की तकनीक के आधार पर भारत सर्च इंजन और उसके एप्लीकेशन को सरल बना रहे हैं. वही इस सर्च इंजन के ओपेन होने पर दुनिया भर की खबरें हमें अपने आप मिलनी शुरू हो जाएंगी.

यह भी पढ़ें: कानपुर में दीपावली से पहले घरों में छा सकता अंधेरा, जानें वजह

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.