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अपराधियों के साथ फोटो नहीं खिंचवाएंगे पुलिस वाले: आईजी कानपुर - आईजी कानपुर जोन मोहित अग्रवाल

कानपुर जिले में बिकरू कांड के बाद पुलिस-अपराधियों के बीच गठजोड़ वाली तस्वीरें वायरल होने से महकमे की छवि खराब होने का डर पुलिस को सताने लगा है. इसे लेकर आईजी कानपुर जोन मोहित अग्रवाल ने पुलिसकर्मियों को आदेश जारी कर अपराधियों के साथ तस्वीर खिंचवाने पर पाबंदी लगाई है.

एसएसपी डॉ. प्रतिन्दर सिंह.
एसएसपी डॉ. प्रतिन्दर सिंह.
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Published : Aug 17, 2020, 8:39 PM IST

Updated : Aug 18, 2020, 1:55 AM IST

कानपुर: बिकरू कांड के बाद जिस तरह से पुलिस और अपराधियों के बीच गठजोड़ की जो तस्वीरे सामने आ रही है. उसे लेकर पुलिस विभाग खासा चिंतित है. कानपुर पुलिस अधिकारियों ने खाकी पर दाग न लगे, इसके लिए पुलिस कर्मचारियों को अपराधियों के साथ फोटो खिंचवाने पर रोक लगाई है. साथ ही एहतियात बरतते हुए ऐसे किसी भी सामाजिक कार्यक्रम में शामिल न होने के निर्देश दिए हैं, जिसमें आपराधिक प्रवृत्ति के लोग शामिल हों. इसके लिए बकायदा आईजी कानपुर जोन मोहित अग्रवाल ने पुलिसकर्मियों के लिए एक नया आदेश जारी किया है.

जानकारी देते एसएसपी डॉ. प्रीतिंदर सिंह.

आईजी मोहित अग्रवाल ने आदेश जारी करके कहा कि पुलिस के कर्मचारी और अधिकारी अपराधियों के साथ फोटो न खिंचवाए और सामाजिक कार्यक्रम में भी जाने से एहतियात बरतें. पुलिस के कर्मचारी और अधिकारी ऐसे किसी भी कार्यक्रम में शामिल ना हों, जिसमें आपराधिक प्रवृत्ति वाले लोग शामिल हों. लिखित आदेश में आईजी ने स्पष्ट निर्देश दिया है कि कोई भी पुलिसकर्मी किसी भी अपराधी के फैमिली फंक्शन में शिरकत नहीं करेगा और न ही किसी अपराधी या गैंगस्टर को अपने फंक्शन में बुलाएंगे.

आईजी कानपुर जोन मोहित अग्रवाल द्वारा जारी आदेश की कॉपी.
आईजी कानपुर जोन मोहित अग्रवाल द्वारा जारी आदेश की कॉपी.
दरअसल, बिकरू कांड के बाद जिस तरह से एक के बाद एक वीडियो और ऑडियो सोशल मीडिया पर सामने आए, उससे पुलिस और अपराधियों के बीच साठ-गांठ की पुष्टि हुई. इससे खाकी की छवि भी दागदार हुई है. अब इस आदेश को पुलिस के आन्तरिक सुधार की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है.


पिछले कुछ दिनों से ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जिसमें थाना प्रभारी और थाने के अन्य पुलिसकर्मी अपराधियों के घरों में जाते हैं और उनके यहां आयोजित कार्यक्रमों में शामिल हुए हैं. इतना ही नहीं, कई कार्यक्रमों में तो पुलिसकर्मी अपराधियों के साथ डांस तक करते नजर आए थे. इससे सोशल मीडिया पर खाकी की जमकर किरकिरी हुई थी. इससे जनता के बीच पुलिस-अपराधी गठजोड़ को लेकर गलत संदेश जाता है. इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए यह आदेश दिया गया. साथ ही पुलिस के आलाधिकारियों को कार्यक्रम और उसमें उपस्थित होने वाले लोगों की जानकारी के लिए एलआईयू को भी अहम जिम्मेदारी दी गई है.

कानपुर: बिकरू कांड के बाद जिस तरह से पुलिस और अपराधियों के बीच गठजोड़ की जो तस्वीरे सामने आ रही है. उसे लेकर पुलिस विभाग खासा चिंतित है. कानपुर पुलिस अधिकारियों ने खाकी पर दाग न लगे, इसके लिए पुलिस कर्मचारियों को अपराधियों के साथ फोटो खिंचवाने पर रोक लगाई है. साथ ही एहतियात बरतते हुए ऐसे किसी भी सामाजिक कार्यक्रम में शामिल न होने के निर्देश दिए हैं, जिसमें आपराधिक प्रवृत्ति के लोग शामिल हों. इसके लिए बकायदा आईजी कानपुर जोन मोहित अग्रवाल ने पुलिसकर्मियों के लिए एक नया आदेश जारी किया है.

जानकारी देते एसएसपी डॉ. प्रीतिंदर सिंह.

आईजी मोहित अग्रवाल ने आदेश जारी करके कहा कि पुलिस के कर्मचारी और अधिकारी अपराधियों के साथ फोटो न खिंचवाए और सामाजिक कार्यक्रम में भी जाने से एहतियात बरतें. पुलिस के कर्मचारी और अधिकारी ऐसे किसी भी कार्यक्रम में शामिल ना हों, जिसमें आपराधिक प्रवृत्ति वाले लोग शामिल हों. लिखित आदेश में आईजी ने स्पष्ट निर्देश दिया है कि कोई भी पुलिसकर्मी किसी भी अपराधी के फैमिली फंक्शन में शिरकत नहीं करेगा और न ही किसी अपराधी या गैंगस्टर को अपने फंक्शन में बुलाएंगे.

आईजी कानपुर जोन मोहित अग्रवाल द्वारा जारी आदेश की कॉपी.
आईजी कानपुर जोन मोहित अग्रवाल द्वारा जारी आदेश की कॉपी.
दरअसल, बिकरू कांड के बाद जिस तरह से एक के बाद एक वीडियो और ऑडियो सोशल मीडिया पर सामने आए, उससे पुलिस और अपराधियों के बीच साठ-गांठ की पुष्टि हुई. इससे खाकी की छवि भी दागदार हुई है. अब इस आदेश को पुलिस के आन्तरिक सुधार की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है.


पिछले कुछ दिनों से ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जिसमें थाना प्रभारी और थाने के अन्य पुलिसकर्मी अपराधियों के घरों में जाते हैं और उनके यहां आयोजित कार्यक्रमों में शामिल हुए हैं. इतना ही नहीं, कई कार्यक्रमों में तो पुलिसकर्मी अपराधियों के साथ डांस तक करते नजर आए थे. इससे सोशल मीडिया पर खाकी की जमकर किरकिरी हुई थी. इससे जनता के बीच पुलिस-अपराधी गठजोड़ को लेकर गलत संदेश जाता है. इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए यह आदेश दिया गया. साथ ही पुलिस के आलाधिकारियों को कार्यक्रम और उसमें उपस्थित होने वाले लोगों की जानकारी के लिए एलआईयू को भी अहम जिम्मेदारी दी गई है.

Last Updated : Aug 18, 2020, 1:55 AM IST
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