कानपुर: जिले के बर्रा में बिना तलाक के दूसरी शादी करने जा रहे सीआईएसएफ जवान की शादी पहली पत्नी ने पहुंचकर रुकवा दी. इस बीच वर और वधू पक्ष ने पीड़िता और उसके परिजनों को धमकाया और भीड़ का फायदा उठाकर भाग निकले. पीड़िता ने थाने पहुंचकर आपबीती सुनाई, जिसके बाद पुलिस ने पति व अन्य ससुरालियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की. बाद में बर्रा पुलिस ने आरोपी सीआईएसएफ के जवान प्रदीप यादव को इटावा से गिरफ्तार कर लिया. बर्रा पुलिस ने गिरफ्तारी तो कर ली लेकिन निजी मुचलके पर थाने से ही छोड़ दिया.
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2016 में हुई थी शादी
फिरोजाबाद के उमेदपुर निवासी मेहरबान सिंह सीआरपीएफ में सब इंस्पेक्टर है. उन्होंने बताया कि 2016 में उन्होंने बेटी रितु की शादी फिरोजाबाद के ही सीआईएसएफ जवान प्रदीप कुमार यादव के साथ की थी. इस समय प्रदीप की तैनाती दिल्ली मेट्रो कॉरपोरेशन में है. शादी के बाद से ही प्रदीप और उसके घर वाले बेटी को प्रताड़ित करने लगे. 6 महीने बाद बेटी मायके में रहने लगी. इसके बाद उन्होंने 2017 में फिरोजाबाद महिला थाने में घरेलू हिंसा और दहेज उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज कराया था. वहीं, एक रिश्तेदार के माध्यम से पता चला कि कानपुर के थाने में तैनात प्रदीप के बड़े भाई सिपाही संदीप सिंह ने प्रदीप की शादी तय की है. सही जानकारी पर बेटी के साथ मेहरबान सिंह का पुरवा पहुंचे और शादी रुकवा दी. इस पर प्रदीप और उसके परिजन गाली गलौज करते हुए जानमाल की धमकी देने लगे. हंगामा होने पर वर-वधू पक्ष के लोग वहां से भाग निकले. आरोप है कि दोनों पक्षों ने कहीं दूसरे स्थान पर जाकर शादी कर ली. इसके बाद पीड़ित पक्ष बर्रा थाने पहुंचा. प्रदीप प्रदीप की मां, भाई संदीप और भाभी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई.
इटावा से गिरफ्तार
इसके बाद बर्रा पुलिस ने शादीशुदा होते हुए दूसरी शादी करने वाले आरोपी सीआईएसएफ के जवान प्रदीप यादव को इटावा से गिरफ्तार कर लिया. इटावा से गिरफ्तारी करने के बाद बर्रा थाने लाए और निजी मुचलके पर ही उसे छोड़ दिया गया. वहीं बर्रा इंस्पेक्टर हरमीत सिंह ने बताया कि 7 साल से कम की सजा वाले मामलों में आरोपी को थाने से जमानत मिल सकती है. वहीं, पकड़ी गई युवती के बयान दर्ज कर उसे परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया.