कानपुरः फजलगंज थाना के रहने वाले होजरी कारोबारी की हुई हत्या की गुत्थी सुलझाते हुए पुलिस ने 2 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस के मुताबिक होजरी कारोबारी की उसके 3 दोस्तों ने ही मिलकर की थी. जबकि एक आरोपी अभी फरार है.
बता दें कि बीती 13 अगस्त को फजलगंज थाना क्षेत्र के रहने वाले होजरी कारोबारी नीरज दीक्षित लापता हो गए थे. परिजनों ने फजलगंज थाने में नीरज की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी. पुलिस नीरज की तलाश कर पाती उसके पहले ही उनकी हत्या हो गई. 17 अगस्त को नीरज का शव हमीरपुर के कुरारा के जंगलों में मिला. मृतक के कपड़ों से उसकी पहचान हुई थी. पुलिस ने हत्या की गुत्थी को सुलझाने के लिए कड़ियों को जोड़ते हुए मृतक नीरज की कॉल डिटेल को खंगालना शुरू कर दिया. इस दौरान नीरज के मित्र शैलेन्द्र और धर्मेंद्र की ज्यादा कॉल डिटेल्स मोबाइल में मिली. जिसके बाद पुलिस महाराजपुर से दोनों को पकड़कर थाने ले आई और उनसे पूछताछ की तो उन्होंने हत्या की वारदात को अंजाम देना कबूल कर लिया.
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एडीसीपी डॉ. अनिल कुमार ने बताया कि मृतक की पत्नी के किसी से अवैध संबंध थे, जिससे वो काफी दिनों से परेशान रहता था. इसी दौरान उसके दोस्त शैलेन्द्र, धर्मेंद्र और श्यामू ने उसको तंत्र-मंत्र में उलझाकर उससे रुपये वसूलना शुरू कर दिया. इसी कड़ी में 13 अगस्त को तीनों दोस्त नीरज को तांत्रिक से मिलवाने फतेहपुर ले गए थे. जहां किसी बात पर उनका आपस में विवाद हो गया. अपने को फंसता देख तीनों ने मिलकर नीरज की गला दबा कर हत्या कर दी और शव को हमीरपुर के जंगलों में फेंक दिया. 17 अगस्त को हमीरपुर पुलिस ने कानपुर पुलिस से संपर्क कर उनको इससे अवगत कराया. जिसके बाद शव की शिनाख्त फजलगंज के होजरी कारोबारी नीरज दीक्षित के रूप में हुई. फिलहाल पुलिस ने धर्मेंद्र और शैलेन्द्र को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि श्यामू फरार चल रहा है.