कानपुर: देश भर में विजयादशमी की तैयारियां जोरों से चल रही हैं. कानपुर के परेड ग्राउंड के दशहरे का भी एक अलग ही महत्व है. यहां के दशहरा और रामलीला में हजारों की संख्या में लोगों का हुजूम उमड़ता है. विगत वर्षों की भांति इस बार भी परेड ग्राउंड के दशहरे के लिए रावण के पुतले को कारीगर अंतिम रूप देने में जुटे हुए हैं.
दशहरे पर धार्मिक सौहार्द की मिसाल पेश कर रहा हाईटेक रावण
- इस रामलीला में खास बात यह है कि रावण के पुतले को पिछले 15 वर्षों से राजस्थान से आये कारीगर सलीम ही बनाते आ रहे है.
- परेड ग्राउंड में रावण का पुतला 80 फीट का होगा और यह हाईटेक भी होगा.
- परेड ग्राउंड के दशहरे में रावण का पुतला इस बार आंखों से अंगारे छोड़ता दिखेगा तो साथ ही मुंह से उसके फूल झड़ेंगे.
- इसके साथ ही रावण के पुतले का दहन रिमोट से किया जाएगा.
यह मेरा पुस्तैनी काम है. रावण के पुतले की तैयारी पिछले डेढ़ महीने से शुरू हो जाती है और इसे बनाने के किए 12 से 15 लोगों की टीम लगती है. इस बार बरसात ज्यादा होने से काफी नुकसान भी उठाना पड़ा है. कई बार रावण का पुतला खराब हुआ, जिसमें दिक्कत भी बहुत हुई. महंगाई तो है ही लेकिन रोजी रोटी भी हमारी इसी से चलती आ रही है.
-सलीम, कारीगर