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CSJMU Convocation: राज्यपाल ने विद्यार्थियों से कहा, शिक्षा से सेवा और सेवा से करें समाज का उत्थान

छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय कानपुर के 37वें दीक्षांत समारोह में राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने डिजीलॉकर से गई चार लाख छात्रों को डिग्रियां दी. इस दौरा आध्यात्मिक गुरू स्वामी चिदानंद सरस्वती ने कहा कि मेडल से अब मॉडल बनने की दिशा में छात्र-छात्राएं कवायद करें.

Chhatrapati Shivaji Maharaj University
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Published : Mar 22, 2023, 10:05 PM IST

Updated : Mar 23, 2023, 2:37 PM IST

छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय दीक्षांत समारोह.

कानपुर: शिक्षा से सेवा का संदेश देते हुए समाज उत्थान की दिशा में बेहतर कार्य करने की प्रेरणा लें. आपकी डिग्री तभी सार्थक है, जब आप समाज के विकास के लिए काम करेंगे. आप यह संकल्प लें कि जीवन में कभी गलत नहीं करेंगे. आप अपना विकास करने का प्रयास करें, साथ ही दूसरों का भला भी करें. ऐसा कार्य करें, जो दूसरों के लिए अनुकरणीय हो सके. बुधवार को यह बातें सूबे की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय (सीएसजेएमयू) के 37वें दीक्षांत समारोह में छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहीं.

डिग्रियां पाकर खिले छात्राओं के चेहरे.
डिग्रियां पाकर खिले छात्राओं के चेहरे.

वहीं, समारोह में मुख्य अतिथि परमार्थ निकेतन के परमाध्यध स्वामी चिदानंद सरस्वती ने कहा कि छात्रों को मेडल तो मिल गए, अब उन्हें अपने जीवन का एक ऐसा मॉडल तैयार करना है जो सभी के लिए नजीर बने. विशिष्ट अतिथि उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने कहा कि 80 फीसद पदक छात्राओं की झोली में पहुंचे हैं, यह दर्शाता है कि वह भी अब हर क्षेत्र में अपने हुनर का परचम लहराना चाहती हैं. वहीं, उच्च शिक्षा राज्यमंत्री रजनी तिवारी ने कहा यहां से डिग्री लेने के बाद जब आप बाहर नौकरी करें, तो अपना लक्ष्य ऐसा तय करें कि जल्द ही दूसरों को नौकरी दे सकें. कार्यक्रम में 59 छात्र-छात्राओं को जहां 91 पदक दिए गए. वहीं 129 छात्र-छात्राओं को पीएचडी की डिग्री दी गई.

चार लाख से अधिक छात्रों को डिजीलाकर से दी गई डिग्रियां: विवि के दीक्षांत समारोह में चार लाख से अधिक छात्रों को डिजीलाकर की मदद से डिग्रियां दी गईं. राज्यपाल ने एक क्लिक किया और एलईडी स्क्रीन पर डिजीलॉ़कर से सभी डिग्रियां जाते हुए छात्र-छात्राओं व आगंतुकों ने सजीव प्रसारण देखा. इसके बाद पूरा सभागार तालियों के शोर से गूंज उठा. कार्यक्रम में पूर्व विधायक सुरेंद्र बहादुर ने विवि को दान के रूप में एक करोड़ रुपये की राशि सौंपी. समारोह के दौरान विश्वविद्यालय परिसर में सेवा उद्यान और अमृत सरोवर के साथ 21 योजनाओं का लोकार्पण/शिलान्यास भी किया गया.

बालगृह के बच्चों ने पेटिंग गिफ्ट की: समारोह में राजकीय बालगृह से आए स्टूडेंट्स ने कुलाधिपति को पेटिंग गिफ्ट की. दीक्षांत समारोह में बालगृह से 5 बच्चों को विशेष रूम से आमंत्रित किया गया था. इन बच्चों को राज्यपाल ने मंच से सम्मानित भी किया. कार्यक्रम में कुलपति प्रो. सुधीर कुमार अवस्थी, डीएसडब्लू प्रो.नीरज सिंह, डीन अकेडमिक प्रो. रोली शर्मा, डीन प्रशासन प्रो सुधांशु पांड्या, डा.प्रवीण कटियार आदि मौजूद रहे.

राज्यपाल व उच्च शिक्षा मंत्री को बताईं समस्याएं: शहर के तमाम अशासकीय सहायता प्राप्त महाविद्यालयों व निजी महाविद्यालयों के प्रबंधकों व प्राचार्यों ने बुधवार को दीक्षांत समारोह के बाद राज्यपाल आनंदीबेन पटेल व उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय को अपनी समस्याएं बताईं. 20-20 के समूह में प्राचार्यों व प्रबंधकों ने अपनी दिक्कतों को साझा किया. तब राज्यपाल व उच्च शिक्षा मंत्री ने उन्हें आश्वस्त किया कि जल्द ही सभी समस्याओं का समाधान होगा.

गौरतलब है कि मुख्य समारोह से पहले दीक्षोत्सव के तहत हफ्ते भर तक कई कार्यक्रम आयोजित किए गए थे. इन कार्यक्रमों के तहत में विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक, शैक्षिक एवं परंपरागत खेलों का आयोजन किया गया. दीक्षोत्सव के नाम से हुए इन कार्यक्रमों में विश्वविद्यालय के छात्रों ने बढ़ चढ़ कर भागीदारी की थी.

इसे भी पढ़ें-UP News : सभी संग्रहालयों में स्कूली बच्चों को मिलेगा निशुल्क प्रवेश, पर्यटन विभाग ने दी सुविधा

छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय दीक्षांत समारोह.

कानपुर: शिक्षा से सेवा का संदेश देते हुए समाज उत्थान की दिशा में बेहतर कार्य करने की प्रेरणा लें. आपकी डिग्री तभी सार्थक है, जब आप समाज के विकास के लिए काम करेंगे. आप यह संकल्प लें कि जीवन में कभी गलत नहीं करेंगे. आप अपना विकास करने का प्रयास करें, साथ ही दूसरों का भला भी करें. ऐसा कार्य करें, जो दूसरों के लिए अनुकरणीय हो सके. बुधवार को यह बातें सूबे की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय (सीएसजेएमयू) के 37वें दीक्षांत समारोह में छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहीं.

डिग्रियां पाकर खिले छात्राओं के चेहरे.
डिग्रियां पाकर खिले छात्राओं के चेहरे.

वहीं, समारोह में मुख्य अतिथि परमार्थ निकेतन के परमाध्यध स्वामी चिदानंद सरस्वती ने कहा कि छात्रों को मेडल तो मिल गए, अब उन्हें अपने जीवन का एक ऐसा मॉडल तैयार करना है जो सभी के लिए नजीर बने. विशिष्ट अतिथि उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने कहा कि 80 फीसद पदक छात्राओं की झोली में पहुंचे हैं, यह दर्शाता है कि वह भी अब हर क्षेत्र में अपने हुनर का परचम लहराना चाहती हैं. वहीं, उच्च शिक्षा राज्यमंत्री रजनी तिवारी ने कहा यहां से डिग्री लेने के बाद जब आप बाहर नौकरी करें, तो अपना लक्ष्य ऐसा तय करें कि जल्द ही दूसरों को नौकरी दे सकें. कार्यक्रम में 59 छात्र-छात्राओं को जहां 91 पदक दिए गए. वहीं 129 छात्र-छात्राओं को पीएचडी की डिग्री दी गई.

चार लाख से अधिक छात्रों को डिजीलाकर से दी गई डिग्रियां: विवि के दीक्षांत समारोह में चार लाख से अधिक छात्रों को डिजीलाकर की मदद से डिग्रियां दी गईं. राज्यपाल ने एक क्लिक किया और एलईडी स्क्रीन पर डिजीलॉ़कर से सभी डिग्रियां जाते हुए छात्र-छात्राओं व आगंतुकों ने सजीव प्रसारण देखा. इसके बाद पूरा सभागार तालियों के शोर से गूंज उठा. कार्यक्रम में पूर्व विधायक सुरेंद्र बहादुर ने विवि को दान के रूप में एक करोड़ रुपये की राशि सौंपी. समारोह के दौरान विश्वविद्यालय परिसर में सेवा उद्यान और अमृत सरोवर के साथ 21 योजनाओं का लोकार्पण/शिलान्यास भी किया गया.

बालगृह के बच्चों ने पेटिंग गिफ्ट की: समारोह में राजकीय बालगृह से आए स्टूडेंट्स ने कुलाधिपति को पेटिंग गिफ्ट की. दीक्षांत समारोह में बालगृह से 5 बच्चों को विशेष रूम से आमंत्रित किया गया था. इन बच्चों को राज्यपाल ने मंच से सम्मानित भी किया. कार्यक्रम में कुलपति प्रो. सुधीर कुमार अवस्थी, डीएसडब्लू प्रो.नीरज सिंह, डीन अकेडमिक प्रो. रोली शर्मा, डीन प्रशासन प्रो सुधांशु पांड्या, डा.प्रवीण कटियार आदि मौजूद रहे.

राज्यपाल व उच्च शिक्षा मंत्री को बताईं समस्याएं: शहर के तमाम अशासकीय सहायता प्राप्त महाविद्यालयों व निजी महाविद्यालयों के प्रबंधकों व प्राचार्यों ने बुधवार को दीक्षांत समारोह के बाद राज्यपाल आनंदीबेन पटेल व उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय को अपनी समस्याएं बताईं. 20-20 के समूह में प्राचार्यों व प्रबंधकों ने अपनी दिक्कतों को साझा किया. तब राज्यपाल व उच्च शिक्षा मंत्री ने उन्हें आश्वस्त किया कि जल्द ही सभी समस्याओं का समाधान होगा.

गौरतलब है कि मुख्य समारोह से पहले दीक्षोत्सव के तहत हफ्ते भर तक कई कार्यक्रम आयोजित किए गए थे. इन कार्यक्रमों के तहत में विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक, शैक्षिक एवं परंपरागत खेलों का आयोजन किया गया. दीक्षोत्सव के नाम से हुए इन कार्यक्रमों में विश्वविद्यालय के छात्रों ने बढ़ चढ़ कर भागीदारी की थी.

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Last Updated : Mar 23, 2023, 2:37 PM IST
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