कानपुर: सपा विधायक इरफान सोलंकी को बचाने के लिए सपा ने जहां नए साल पर सत्याग्रह से आगाज करने का फैसला किया था. वहीं, अब कानपुर पुलिस कमिश्नरेट के आला अफसरों ने एक बार फिर से सपा विधायक की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. अब इरफान सोलंकी, उनके भाई रिजवान सोलंकी, इजरायल आटेवाला, मो. शरीफ और शौकत अली के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई की गई है.
इस कार्रवाई में सपा विधायक इरफान सोलंकी के खिलाफ तीन नए मुकदमे दर्ज किए गए हैं. उन मुकदमों में धारा 156/22, धारा 386, 419, 420, 427, 504 व धारा 147, 188, 269, 270, 332 समेत कई अन्य धाराओं के तहत उत्तर प्रदेश गिरोह बंद व समाज विरोधी क्रियाकलाप निवारण अधिनियम और ड्यूटी के दौरान पुलिस उपनिरीक्षक से अभद्रता, बदसलूकी, दुर्व्यवहार करते हुए सरकारी काम में बाधा डालते हुए अराजक स्थिति उत्पन्न करने के संबंध में मामले दर्ज किए गए हैं. संयुक्त पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश तिवारी ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि उक्त मामलों में दो मुकदमे थाना जाजमऊ व एक मुकदमा थाना ग्वालटोली में दर्ज किया गया है.
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कानपुर की सीसामऊ सीट से सपा विधायक इरफान सोलंकी मौजूदा समय में महराजगंज जेल में बंद हैं. इरफान सोलंकी के ऊपर एक महिला ने जाजमऊ स्थित उसके घर पर आगजनी व तोड़फोड़ कर जमीन कब्जा करने का आरोप लगाकर जाजमऊ थाने में मुकदमा दर्ज कराया था. उस मामले के बाद सपा विधायक शहर छोड़कर भाग गए थे. हालांकि, कानपुर पुलिस कमिश्नरेट के आला अफसरों की सख्ती को देखते हुए सपा विधायक ने कुछ दिनों पहले पुलिस आयुक्त के आवास पर सरेंडर कर दिया था. उसके बाद उन्हें कुछ दिनों तक कानपुर जेल में रखा गया. लेकिन, जेल में विरोधी व समर्थकों के बीच टकराव की आशंका को भांपते हुए शासन के निर्देश पर सपा विधायक को महराजगंज जेल भेज दिया गया.