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आईआईटी कानपुर को पूर्व छात्रों ने गुरु दक्षिणा में दिए 8 करोड़ रुपये, मना रहे सिल्वर जुबली समारोह

आईआईटी कानपुर (IIT Kanpur) के पूर्व छात्रों ने गुरु दक्षिणा के रूप में 8.25 करोड़ रुपये दिए हैं. प्रशासनिक अफसरों का कहना है कि इस धनराशि को संस्थान के साथ ही अन्य जरूरतों पर खर्च किया जाएगा.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jan 2, 2024, 7:17 PM IST

कानपुर: आईआईटी कानपुर से एक बार फिर एक शानदार खबर सामने आई है. संस्थान के प्रति अपनी आत्मीयता दिखाते हुए और संस्थान की गतिविधियों, कैम्पस के माहौल और वातावरण से प्रभावित होकर 1988 बैच के पूर्व छात्रों ने गुरु दक्षिणा के रूप में संस्थान को 8.25 करोड़ रुपये की धनराशि दी. वर्ष 1988 बैच के छात्र वर्तमान में अपना सिल्वर जुबली समारोह मना रहे हैं. हालांकि, पूर्व छात्र सम्मेलन में पूर्व छात्रों से मदद मिलना आईआईटी के लिए नई बात नहीं है. लेकिन, यह अब तक की सबसे बड़ी गुरु दक्षिणा है. इस बात का दावा आईआईटी कानपुर के प्रशासनिक अफसर कर रहे हैं. इस राशि को संस्थान में रिसर्च, गरीब बच्चों की मदद के साथ अन्य जरूरतों पर खर्च किया जाएगा.

हर साल दिसंबर में अलग-अलग बैच का एल्युमिनाई मीट आयोजित होता: आईआईटी में हर साल दिसंबर में अलग-अलग बैच का एल्युमिनाई मीट कार्यक्रम आयोजित किया जाता है. वर्तमान में संस्थान में 1998 बैच के छात्र अपना सिल्वर जुबली और 1984 बैच के पूर्व छात्र अपना 40वां रीयूनियन मना रहे हैं. निदेशक प्रो. एस गणेश ने बताया कि पूर्व छात्रों की मदद से संस्थान लगातार नए काम कर रहा है. वर्तमान में कई प्रोजेक्ट, स्कॉलरशिप, फैकल्टी चेयर भी पूर्व छात्रों के सहयोग से संचालित की जा रही है. इस मदद से संस्थान में छात्रों के लिए जरूरी सुविधाओं को बढ़ाया जा सकेगा.

पूर्व छात्रों की मदद से चल रहे स्कूल ऑफ मेडिकल साइंसेज: आईआईटी में गंगवाल स्कूल ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड टेक्नोलॉजी और यदुपति सिंघानिया सुपर स्पेशलिटी अस्पताल बन रहा है, जिसे पूर्व छात्रों की मदद से आगे बढ़ाया जा रहा है. करीब 600 करोड़ रुपये की इस योजना में पूर्व छात्र 250 करोड़ रुपये से अधिक राशि दे चुके हैं. इसे दो चरणों में पूरा किया जाएगा. पहले चरण में 450 से अधिक बेड वाला यदुपति सिंघानिया सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, कैंसर देखभाल व अनुसंधान के लिए 50 बिस्तर वाला केंद्र, शैक्षणिक ब्लॉक, आवास आदि परिसर में स्थापित होगा.

कानपुर: आईआईटी कानपुर से एक बार फिर एक शानदार खबर सामने आई है. संस्थान के प्रति अपनी आत्मीयता दिखाते हुए और संस्थान की गतिविधियों, कैम्पस के माहौल और वातावरण से प्रभावित होकर 1988 बैच के पूर्व छात्रों ने गुरु दक्षिणा के रूप में संस्थान को 8.25 करोड़ रुपये की धनराशि दी. वर्ष 1988 बैच के छात्र वर्तमान में अपना सिल्वर जुबली समारोह मना रहे हैं. हालांकि, पूर्व छात्र सम्मेलन में पूर्व छात्रों से मदद मिलना आईआईटी के लिए नई बात नहीं है. लेकिन, यह अब तक की सबसे बड़ी गुरु दक्षिणा है. इस बात का दावा आईआईटी कानपुर के प्रशासनिक अफसर कर रहे हैं. इस राशि को संस्थान में रिसर्च, गरीब बच्चों की मदद के साथ अन्य जरूरतों पर खर्च किया जाएगा.

हर साल दिसंबर में अलग-अलग बैच का एल्युमिनाई मीट आयोजित होता: आईआईटी में हर साल दिसंबर में अलग-अलग बैच का एल्युमिनाई मीट कार्यक्रम आयोजित किया जाता है. वर्तमान में संस्थान में 1998 बैच के छात्र अपना सिल्वर जुबली और 1984 बैच के पूर्व छात्र अपना 40वां रीयूनियन मना रहे हैं. निदेशक प्रो. एस गणेश ने बताया कि पूर्व छात्रों की मदद से संस्थान लगातार नए काम कर रहा है. वर्तमान में कई प्रोजेक्ट, स्कॉलरशिप, फैकल्टी चेयर भी पूर्व छात्रों के सहयोग से संचालित की जा रही है. इस मदद से संस्थान में छात्रों के लिए जरूरी सुविधाओं को बढ़ाया जा सकेगा.

पूर्व छात्रों की मदद से चल रहे स्कूल ऑफ मेडिकल साइंसेज: आईआईटी में गंगवाल स्कूल ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड टेक्नोलॉजी और यदुपति सिंघानिया सुपर स्पेशलिटी अस्पताल बन रहा है, जिसे पूर्व छात्रों की मदद से आगे बढ़ाया जा रहा है. करीब 600 करोड़ रुपये की इस योजना में पूर्व छात्र 250 करोड़ रुपये से अधिक राशि दे चुके हैं. इसे दो चरणों में पूरा किया जाएगा. पहले चरण में 450 से अधिक बेड वाला यदुपति सिंघानिया सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, कैंसर देखभाल व अनुसंधान के लिए 50 बिस्तर वाला केंद्र, शैक्षणिक ब्लॉक, आवास आदि परिसर में स्थापित होगा.

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