कानपुर: फॉरेंसिक और पुलिस टीम ने 3 जुलाई को कानपुर मुठभेड़ के आरोपी विकास दुबे के साथियों के एनकाउंटर की घटना को रीक्रिएट किया गया. इस दौरान उस मुठभेड़ के सारे पहलुओं की जांच की गई. इस दौरान पूरे घटनाक्रम की फोटोग्राफी और वीडियो फुटेज भी बनाई गई.
2 जुलाई को हुई थी मुठभेड़
बता दें कि 2 जुलाई की रात चौबेपुर थाना की पुलिस कुख्यात अपराधी विकास दुबे को गिरफ्तार करने गई थी. इस दौरान अपराधियों और पुलिस टीम में मुठभेड़ हो गई. इस मुठभेड़ में सीओ समेत पुलिस के आठ पुलिस के जवान शहीद हो गए थे. घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी विकास दुबे मौके से फरार हो गया था.
पुलिस के कार्रवाई में मारे गए आरोपी
इस घटना के बाद से यूपी पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की. इसी कार्रवाई में विकास दुबे समेत वारदात में सभी शामिल अपराधी पुलिस मुठभेड़ में मारे गए. घटना के एक दिन बाद ही पुलिस ने प्रेम प्रकाश पांडे और विकास दुबे का एनकाउंटर किया था. इसी घटना को रीक्रियट करने के लिए फॉरेंसिक और पुलिस टीम पहुंची थी.
आईजी मोहित अग्रवाल ने दी जानकारी
आईजी मोहित अग्रवाल ने बताया यह एक समान प्रक्रिया है कि क्राइम के सीन को रीक्रिएट किया जाता है. इसीलिए आज फॉरेंसिक टीम यहां पर आई है और मुठभेड़ को रीक्रिएट कर रही है. इससे सारे पहली साफ हो जाएंगे कि किस प्रकार मुठभेड़ हुई और अपराधियों की गोली लगने से मौत हुई.