कानपुरः बांस मंडी गारमेंट बाजार में लगी आग तीसरे दिन भी नहीं बुझ पाई है. इलाके के नफीस टावर में संचालित भारतीय स्टेट बैंक की डिप्टी पड़ाव शाखा भी अग्निकांड की चपेट में आ गई है, लेकिन राहत की बात यह है कि बैंक शाखा की सारी नगदी और सोना सुरक्षित निकाल लिया गया है. इसके अलावा ग्राहकों के दस्तावेज भी सुरक्षित हैं.
आपको बता दें कि नफीस टावर की तीसरी मंजिल पर बैंक शाखा है. यह शाखा 1985 से संचालित है और नीचे एटीएम भी लगा हुआ है. आग विकराल होने की वजह से बैंक तक पहुंच गई थी, लेकिन स्टाफ ने सारी नकदी रिकॉर्ड रूम के दस्तावेज कंप्यूटर सीपीयू आदि उपकरण बाहर निकाल लिए थे. स्टेट बैंक रीजनल ऑफिस के चीफ मैनेजर पीके झा ने बताया कि कस्टमर को घबराने की जरूरत नहीं है, उनकी सारी नगदी और दस्तावेज पूरी तरीके से सुरक्षित है.
कानपुर बांस मंडी रेडीमेड गारमेंट बाजार की आग तीसरे दिन भी धधक रही है. एनडीआरएफ और एसडीआरएफ ने मोर्चा संभाल लिया है. काम्प्लेक्स के भीतर दुकानों के शटर और दीवार काटकर पानी डाला जा रहा है, जिससे आग बुझ सके. रविवार को आगरा से भी हाइड्रोलिक फायर ब्रिगेड मंगानी पड़ीं. आग की चपेट में स्टेट बैंक भी है. ऐसे में बैंक के लॉकर को क्रेन से नीचे उतारा गया. रेस्क्यू टीम के रात 12 से 2:00 बजे तक धधक रहे मार्केट के अंदर जाकर पड़ताल की. रेस्क्यू टीम के मुताबिक हालत अभी भी खतरे से बाहर नहीं हैं. पूरी तरह से आग को काबू करने के लिए 2 से 3 दिन का समय लग सकता है.