कानपुरः असलहा ऑफिस में लोगों की सुरक्षा के लिए हथियारों के लाइसेंस जारी किये जाते हैं. लेकिन अब असलहा ऑफिस खुद सवालों के कठघरे में आ गया है. यहां से लाइसेंसों की 800 के लगभग फाइलों का रिकॉर्ड ढूंढे नहीं मिल रहा है. इसके पहले असलहा ऑफिस में 171 लाइसेंसों को फर्जी पाया गया था. जिसमें एक बाबू के ऊपर मुकदमा दर्जकर जेल भी भेजा गया था.
कहां गायब हुई फाइलें
गायब फाइलों में बिकरू के चर्चित अपराधी विकास दुबे का लाइसेंस, उसके परिवार के सदस्यों और उसके साथियों की फाइल मौजूद थी. जिसकी एफआईआर दर्ज करके टीम जांच कर रही थी. इसी जांच के दौरान खुलासा हुआ है, कि असलहा विभाग में आठ सौ से जायदा लाइसेंसों की फाइलें मिल ही नहीं रही हैं.
डीएम ने की जांच की सस्तुति
लाइसेंसों की फाइलें गायब होने से कलेक्ट्रेट में हड़कंप मचा हुआ है. खुद जिला अधिकारी ने इसकी जांच के लिए एक एसआईटी गठित करने की सस्तुति भी की है. डीएम ने इस मामले को लेकर शासन को पत्र लिखा है. डीएम ने इसकी जांच सीबीसीआईडी से कराने की सस्तुति की है.
'जिम्मेदारों के खिलाफ होगी सख्त कार्रवाई'
वहीं इस मामले मे डीआईजी प्रीतींदर सिंह का कहना है कि पहले भी एफआईआर कोतवाली में दर्ज कराई गई है. इस पूरे मामले की सीबीसीआईडी से जांच कराने को लिखा गया है. इसमें जो भी दोषी होगा, उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. डीआईजी ने बताया असलहा विभाग के एक बाबू पर एफआईआर पहले से ही दर्ज है.