कानपुर: जिले के चर्चित अपहरण और हत्याकांड संजीत यादव के मामले में घटना के खुलासे के 5 दिन बाद फॉरेंसिक टीम घटनास्थल पर पहुंची. 22 जून को संजीत यादव का अपहरण हुआ था. इसके ठीक 1 महीने 1 दिन बाद 23 जुलाई को इस घटना का खुलासा हुआ था. इसके बाद मंगलवार 28 जुलाई को फॉरेंसिक टीम जांच के लिए घटनास्थल पर पहुंची. घटनास्थल पर फॉरेंसिक टीम के साथ पीड़ित परिवार भी वहां मौजूद था. बता दें कि इस मामले में कुल 11 पुलिसकर्मी निलंबित कर दिए गए हैं और एसएसपी का तबादला भी हो चुका है, लेकिन अभी तक संजीत के शव का पुलिस पता नहीं लगा पाई है. पिछले 5 दिनों से पांडु नदी में पुलिस का सर्च ऑपरेशन लगातार जारी है.
मृतक संजीत यादव के परिवार ने पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं. परिजनों का कहना है कि वह इस मामले में सीएम योगी आदित्यनाथ से मिलेंगे. अगर वहां भी सुनवाई नहीं होती है तो पूरा परिवार मुख्यमंत्री आवास के सामने आत्मदाह करेगा.
पिता को पुलिस की थ्योरी पर विश्वास नहीं
कानपुर के बर्रा थाना क्षेत्र के संजीत कांड मामले में पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठने के 5 दिन बाद फॉरेंसिक टीम उस घर में पहुंची, जहां पर अपहरणकर्ताओं ने संजीत को रखा था. उनके द्वारा बताया गया था कि यहीं पर हत्या कर शव को ले जाकर पांडु नदी में फेंका था. फॉरेंसिक टीम को घर से खाली गिलास, कोल्ड ड्रिंक की बोतल और कपड़ा मिला है. उसी घर पर पहुंचे पिता का कहना है कि उनको पुलिस की थ्योरी पर कोई विश्वास नहीं है. उनका कहना है कि यह सब बनावटी है, उनको सिर्फ अपने बच्चे का शव चाहिए.
न्याय ने मिलने पर आत्मदाह
बहन का कहना है कि पुलिस लगातार लापरवाही कर रही है. वह बता रहे हैं कि घटनास्थल पर सफाई हो गई थी. हम अब सीएम योगी से इस मामले में बात करेंगे.
इकट्ठे किए जा रहे साक्ष्य
फॉरेंसिक टीम के प्रभारी पी के श्रीवास्तव का कहना है कि घटना के बाद पूरे घर को साफ कर दिया गया था. केमिकल डालकर चेक किया गया तो जगह-जगह ब्लड मिला है. दीवारों में भी ब्लड के निशान मिले हैं. साक्ष्य इकट्ठे किए गए हैं और उसी के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.