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कानपुर: अपहृत युवक की बहन ने पुलिस पर उठाए सवाल, लगाए गंभीर आरोप

उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले की पुलिस एक बार फिर से सवालों के घेरे में है. बर्रा थाना क्षेत्र में अपहरण किए गए युवक संजीत यादव की बहन ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं. रुचि का कहना है कि पुलिस उन्हें शुरू से ही गुमराह करती रही है.

family of kidnapped youth questioned police action in kanpur
अपहृत युवक की बहन ने पुलिस की कार्यशैली पर उठाए सवाल.
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Published : Jul 15, 2020, 8:45 PM IST

Updated : Jul 16, 2020, 2:19 AM IST

कानपुर: बर्रा थाना क्षेत्र में अपहृत युवक संजीत यादव के परिजनों ने ईटीवी भारत से अपनी दर्द भरी दास्तां को बयां किया है. ईटीवी भारत से बातचीत में परिजनों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं. संजीत की बहन रुचि का आरोप है कि बर्रा इंस्पेक्टर रणजीत राय उसे और परिवार को शुरू से ही गुमराह करते रहे और उन्होंने शुरू से ही हमारी फरियाद नहीं सुनी. पीड़ित परिवार ने बर्रा इंस्पेक्टर समेत एसपी साउथ अपर्णा गुप्ता की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगाया है.

बर्रा थाना क्षेत्र के अंतर्गत 22 दिन पहले संजीत यादव नाम के एक युवक का अपहरण हो गया था. परिजनों ने बर्रा पुलिस को इसकी जानकारी दी थी. बर्रा पुलिस ने एफआईआर दर्ज न करते हुए परिजनों को थाने से भगा दिया. इसके बाद परिजनों ने शास्त्री चौक चौराहे पर जमकर हंगामा किया.

जानकारी देतीं अपहृत युवक की बहन.

इस खबर को ईटीवी भारत ने प्रमुखता से दिखाया था. जिसके बाद एसपी दक्षिण अपर्णा गुप्ता ने मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू की. लेकिन वह भी अपहरणकर्ताओं तक नहीं पहुंच पाईं.

अपहरणकर्ताओं ने संजीत यादव के परिजनों से 30 लाख रुपये की फिरौती की मांग की. इसकी जानकारी पुलिस को भी थी. वहीं अपहरणकर्ताओं ने 13 जुलाई को बर्रा बाईपास के गुजैनी हाईवे से रुपये से भरा बैग हाईवे से नीचे फेंकने को कहा. संजीत यादव के पिता ने हाईवे से नीचे रुपये फेंके और अपहरणकर्ता उसको लेकर गायब हो गए. इसके बाद भी पुलिस खड़ी तमाशा ही देखती रही.

संजीत यादव के पिता के साथ भारी पुलिस बल मौजूद था, जब वे रुपये लेकर अपहरणकर्ताओं को देने गए थे. इसके बाद पीड़ित परिवार 14 जुलाई को एसएसपी दिनेश कुमार के दरवाजे पहुंचा और उन्हें पूरा घटनाक्रम विस्तार से बताया. वहीं देर रात एसएसपी बर्रा थाने पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे. उन्होंने पीड़ित परिवार को आश्वासन दिया कि हम जल्द से जल्द संजीत को छुड़ाकर ले आएंगे.

ये भी पढ़ें: कानपुर: फिरौती के 30 लाख रुपये लेकर भागा बदमाश, देखती रह गई पुलिस

संजीत यादव पैथोलॉजी कर्मचारी था. वह रात को घर आते समय रास्ते से गायब हो गया था. इसके बाद अपहरणकर्ताओं ने घरवालों को फोन करके 30 लाख की फिरौती मांगी, जिसकी घर वालों ने पुलिस से भी शिकायत की थी.

बहन का आरोप है कि पुलिस ने संजीत की गुमशुदी लिखकर घर वालों को समझाया कि तुम पैसे की व्यवस्था करो. पैसे देते समय अपराधी को पकड़ लिया जाएगा. घर वालों ने मकान और बहन की शादी के जेवर बेचकर पैसे इकट्ठा किए. इसके बावजूद भी अपहरणकर्ता को पकड़ना तो दूर, न युवक मिला और न ही इतनी मुश्किल से जुटाए हुए पैसे बच पाए.

कानपुर: बर्रा थाना क्षेत्र में अपहृत युवक संजीत यादव के परिजनों ने ईटीवी भारत से अपनी दर्द भरी दास्तां को बयां किया है. ईटीवी भारत से बातचीत में परिजनों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं. संजीत की बहन रुचि का आरोप है कि बर्रा इंस्पेक्टर रणजीत राय उसे और परिवार को शुरू से ही गुमराह करते रहे और उन्होंने शुरू से ही हमारी फरियाद नहीं सुनी. पीड़ित परिवार ने बर्रा इंस्पेक्टर समेत एसपी साउथ अपर्णा गुप्ता की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगाया है.

बर्रा थाना क्षेत्र के अंतर्गत 22 दिन पहले संजीत यादव नाम के एक युवक का अपहरण हो गया था. परिजनों ने बर्रा पुलिस को इसकी जानकारी दी थी. बर्रा पुलिस ने एफआईआर दर्ज न करते हुए परिजनों को थाने से भगा दिया. इसके बाद परिजनों ने शास्त्री चौक चौराहे पर जमकर हंगामा किया.

जानकारी देतीं अपहृत युवक की बहन.

इस खबर को ईटीवी भारत ने प्रमुखता से दिखाया था. जिसके बाद एसपी दक्षिण अपर्णा गुप्ता ने मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू की. लेकिन वह भी अपहरणकर्ताओं तक नहीं पहुंच पाईं.

अपहरणकर्ताओं ने संजीत यादव के परिजनों से 30 लाख रुपये की फिरौती की मांग की. इसकी जानकारी पुलिस को भी थी. वहीं अपहरणकर्ताओं ने 13 जुलाई को बर्रा बाईपास के गुजैनी हाईवे से रुपये से भरा बैग हाईवे से नीचे फेंकने को कहा. संजीत यादव के पिता ने हाईवे से नीचे रुपये फेंके और अपहरणकर्ता उसको लेकर गायब हो गए. इसके बाद भी पुलिस खड़ी तमाशा ही देखती रही.

संजीत यादव के पिता के साथ भारी पुलिस बल मौजूद था, जब वे रुपये लेकर अपहरणकर्ताओं को देने गए थे. इसके बाद पीड़ित परिवार 14 जुलाई को एसएसपी दिनेश कुमार के दरवाजे पहुंचा और उन्हें पूरा घटनाक्रम विस्तार से बताया. वहीं देर रात एसएसपी बर्रा थाने पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे. उन्होंने पीड़ित परिवार को आश्वासन दिया कि हम जल्द से जल्द संजीत को छुड़ाकर ले आएंगे.

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संजीत यादव पैथोलॉजी कर्मचारी था. वह रात को घर आते समय रास्ते से गायब हो गया था. इसके बाद अपहरणकर्ताओं ने घरवालों को फोन करके 30 लाख की फिरौती मांगी, जिसकी घर वालों ने पुलिस से भी शिकायत की थी.

बहन का आरोप है कि पुलिस ने संजीत की गुमशुदी लिखकर घर वालों को समझाया कि तुम पैसे की व्यवस्था करो. पैसे देते समय अपराधी को पकड़ लिया जाएगा. घर वालों ने मकान और बहन की शादी के जेवर बेचकर पैसे इकट्ठा किए. इसके बावजूद भी अपहरणकर्ता को पकड़ना तो दूर, न युवक मिला और न ही इतनी मुश्किल से जुटाए हुए पैसे बच पाए.

Last Updated : Jul 16, 2020, 2:19 AM IST
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