कानपुर: देश का कुल कारोबार साल 2030 तक 47 बिलियन डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य कारोबारियों ने तय किया है. जबकि मौजूदा समय में देश का कुल कारोबार 6.5 बिलियन डॉलर है. यानी आगामी 7 सालों में करीब 7 गुना तक कारोबार को बढ़ाया जाएगा. शुक्रवार को प्रेस वार्ता कर यह जानकारी काउंसिल फॉर लेदर एक्सपोर्ट के सदस्यों ने दी. वार्ता के दौरान चमड़ा कारोबारी जावेद इकबाल भी मौजूद रहे.
कानपुर लेदर क्लस्टर के चेयरमैन (केएलसी) मुख्तारुल अमीन ने बताया कि शहर के चमड़ा कारोबारियों को पिछले काफी समय से आर्थिक संकटों से गुजरना पड़ रहा है. ऐसे में सभी कारोबारी नए देशों की ओर रुख करना चाहते हैं. जिनमें यूनाइटेड किंगडम पहले नंबर है. इसके अलावा पिछले साल से आस्ट्रेलिया से कारोबार लगातार बढ़ा है. उन्होंने बताया कि अब उद्यमियों के सामने सीएलई के सदस्य उन उद्यमियों की सफलता गाथा को प्रस्तुत करेंगे. जो मौजूदा समय में वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान बना चुके हैं. उन्होंने कहा कि कानपुर के उद्यमियों के उत्पादों को वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान मिले. इसी तरह जिन नए देशों में वह संपर्क बढ़ाएंगे. वहां रोड शो में अधिक से अधिक उद्यमी हिस्सा लेंगे.
सीएलई के वाइस चेयरमैन आरके जालान ने बताया कि पिछले साल जहां 2.5 बिलियन डॉलर का भारत से जूता एक्सपोर्ट किया गया. वहीं, एक बिलियन डॉलर जूता इम्पोर्ट हुआ है. उन्होंने कहा कि अब वह नई तैयारियों के साथ चमड़ा कारोबार को ऊंचाइयों पर ले जाएंगे. उन्होंने बताया कि शहर स्थित रमईपुर में अब मेगा लेदर क्लस्टर बन जाने से उद्यमियों को कई सहूलियतें मिलेगी.
सरकार मदद कर दे तो दुनिया में बजा देंगे डंका: उद्यमियों ने वार्ता के दौरान अपनी पीड़ा बताते हुए कहा कि मौजूदा समय में शहर की टेनरियों का संचालन पूरी तरह केवल 4 माह तक हो पाता है. अगर सरकार इस मामले में मदद करे तो वह दुनिया भर में अपने उत्पादों का डंका बजवा सकते हैं. इस दौरान सभी उद्यमियों ने बताया कि शनिवार को सीएलई की ओर से चौथा सेंट्रल रीजनल एक्सपोर्ट एक्सीलेंस अवार्ड फंक्शन समारोह आयोजित होगा. जिसमें बेहतर काम करने वाले उद्यमियों को सभी मिलकर सम्मानित करेंगे.