कानपुर: जिंदगी में मैंने तमाम चुनौतियों का सामना किया है. एक खिलाड़ी था, तब भी और जब एक कोच बना तब भी. सबसे अधिक समस्या किसी भी खिलाड़ी को अच्छा इंफ्रास्ट्रक्चर न मिलने पर होती है. इसके अलावा हमें बहुत अधिक सपोर्ट चाहिए होता है. जब हमारा आत्मविश्वास मजबूत होगा तो हम किसी भी खेल में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर सकेंगे.
ये बातें शनिवार को ईटीवी भारत संवाददाता से एक्सक्लूसिव इंटरव्यू के दौरान अंतरराष्ट्रीय बैडमिंटन खिलाड़ी व कोच पुलेला गोपीचंद ने कहीं. उन्होंने कहा कि हालांकि अब देश में स्पोर्ट्स कल्चर को लेकर परिस्थितियां बदली हैं, जो इंफ्रास्ट्रक्चर बन रहे हैं वह प्लेयर फ्रेंडली हैं. इससे काफी फायदा भी हो रहा है, जो युवा खिलाड़ी हैं वह जीतोड़ मेहनत कर रहे हैं और अपने सपनों को पूरा भी कर रहे हैं.
सवाल: भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी पुलेला गोपीचंद से जब यह सवाल किया गया, कि एक बेहतर बैडमिंटन खिलाड़ी बनने के लिए क्या करना होगा?
पुलेला गोपीचंद- एक बेहतर बैडमिंटन खिलाड़ी बनने के लिए जमकर मेहनत करनी होगी. दृढ़-निश्चय के साथ अपने काम को करना होगा. जिस खेल में आपकी रुचि है, वहां आपको बहुत अधिक समय देना होगा. निराश, मायूस, हताश और असफलता को पीछे छोड़ते हुए सफलता को अपनी मुट्ठी में करना होगा.
सवाल: बैडमिंटन खेलते समय एक खिलाड़ी को किन-किन बातों पर फोकस रखना चाहिए?
पुलेला गोपीचंद- ग्रासरूट लेवल से लेकर इंटरमीडिएट व इलाइट लेवल तक हर स्तर पर खिलाड़ी को फोकस रखना चाहिए. जब प्रतिद्वंदी आपके सामने है तो उसके हर शॉट को हमें ध्यान से देखना होगा, तभी हम खेल में जीत हासिल कर पाएंगे.
टीएसएच की सराहन की
पुलेला गोपीचंद ने आर्यनगर स्थित द स्पोर्ट्स हब की जमकर सराहना की. उन्होंने कहा, एक खिलाड़ी के लिए इस मॉडल में हर वो सुविधा है, जिसे उसकी जरूरत है. इंडोर खेलों के लिए इस तरह के मॉडल बहुत सफल होंगे. सरकार को भी ऐसे मॉडल को प्रोत्साहित करना चाहिए, जहां एक गरीब तबके का खिलाड़ी भी है और एक सुविधा संपन्न तबके का भी खिलाड़ी है.
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