कानपुर: शहर में जलभराव और प्रदूषण की समस्या (Water logging and pollution problem) ऐसी है, जिसके समाधान को लेकर नगर निगम अफसर हमेशा ही फेल साबित होते हैं. बारिश में शहर की अधिकतर गलियों में टापू सा नजारा होता है. वहीं, शहर में वायु प्रदूषण की मात्रा भी हमेशा बढ़ी रहती है. हालांकि, इन दो प्रमुख समस्याओं का समाधान अब यूरोप के विशेषज्ञ बताएंगे.
नगर आयुक्त शिव शरणप्पा जीएन (Municipal Commissioner Shiv Sharanappa GN) ने यूरोपीय संघ (European Union) के साथ करार किया है. इस संघ के सदस्य देश के 14 शहरों में नगर निगम से जुड़े कार्यों को कर रहे हैं. नगर आयुक्त शिव शरणप्पा जीएन ने बताया कि अब यूरोप के विशेषज्ञ शहर आएंगे और शहर की तस्वीर बदलने के लिए जो योजना बननी है. उसमें नगर निगम अफसरों की मदद करेंगे. उन्होंने कहा कि इस करार के साथ अब सालों तक कई काम नगर निगम के होंगे. सभी कामों को स्मार्ट तकनीकों से युक्त मशीनों द्वारा किया जाएगा, जिससे समय व रुपयों की बर्बादी न हो. करार के दौरान इंटरनेशनल अर्बन एंड रीजनल कार्पोरेशन (IURC) के भारतीय समन्वयक डॉ. पनियागोटिस करमानोस भी मौजूद रहे.
नगर आयुक्त ने बताया कि आइयूआरसी के सदस्य प्रकृति आधारित समस्याओं को लेकर यूरोप, एशिया व भारत के कई शहरों में एक साथ काम करेंगे. इसके साथ-साथ नगर निगम कर्मियों को कई विषयों पर प्रशिक्षित किया जाएगा. हर शहर को एक दूसरे के साथ जोड़ने के लिए एक नेटवर्क बनाया जाएगा. इसके बाद बेहतर प्लानिंग कर सभी शहरों की सूरत बदली जाएगी.
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