कानपुर: पूरे देश के साथ ही शहर में ईद का पर्व पूरे उल्लास के साथ मनाया गया. सुबह ईदगाह के पास हुई नमाज के दौरान सभी मौजूद लोगों ने एक दूसरे को गले लगाकर जहां ईद की मुबारकबाद दी. प्रतिबंध के बावजूद सड़क पर ही तय समय से नमाज अदा की. इस मौके पर पूरे शहर की अच्छी खासी फोर्स की मौजूदगी रही. किसी को कोई परेशानी न हो, इसके लिए खुद डीएम विशाख जी, पुलिस कमिश्नर बीपी जोगदंड समेत अन्य अफसर सड़क पर उतरे.
वहीं, दूसरी ओर अक्षय तृतीया को लेकर शहर के बिरहाना रोड, गोविंद नगर, किदवई नगर, गुमटी नं.5 समेत अन्य बाजारों में लोगों ने जमकर सोना-चांदी, बर्तन, कपड़े की खरीदारी की. दोपहर में तेज धूप के चलते भले ही बाजारों में सन्नाटा पसरा, लेकिन शाम होते-होते छुट्टी के दिन लोग घरों से निकले और पर्व को उल्लास और उमंग के साथ मनाया.
आंखों पर स्टाइलिश चश्मा, सफेद कुर्ता-पायजामा बना युवाओं की पहली पसंद: अपने पसंदीदा पर्व को मनाने के लिए युवा शुक्रवार शाम से ही बाजारों में कुर्ता-पायजामा, तुर्किए स्टाइल वाली टोपी, स्टाइलिश ब्लैक लेंस वाले चश्मों की खरीदारी के लिए पहुंच गए थे. क्योंकि शुक्रवार शाम को ही ईद का चांद दिखा था. शनिवार सुबह नमाज अदा करने के बाद शहर के मोतीझील, गंगा बैराज, फूलबाग समेत कई अन्य स्थलों पर युवाओं का जमघट दिखा. ईद मुबारक का सिलसिला देर रात तक जारी रहा. घरों में युवाओं ने अपना पसंदीदा व्यंजन भी चखा. सिंवई और छोले भी खूब खाए गए.
कौशाम्बी जिले में शांतिपूर्ण ढंग से अदा की गई ईद की नमाज
वहीं, कौशांबी में ईद-उल-फितर बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. त्योहार की वजह से शुक्रवार और शनिवार के दिन बाजारों में खूब रौनक दिखाई दी. सुबह से ही ईदगाहों और मस्जिदों में अलग-अलग समय पर ईद उल फितर की नमाज पढ़ी. मुसलमानों ने सामूहिक नमाज पढ़ कर देश मे खुशहाली की कामना की. नमाज के बाद लोग ने एक दूसरे से गले मिल कर ईद की मुबारक दी. इस दौरान जिला प्रशासन की तरफ सुरक्षा के कड़े इंतजाम रहे. ईदगाह में सुबह साढ़े 7 बजे और शिया जामा मस्जिद में नमाज 7 बजे का समय रखा गया था.
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